सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 22 नवंबर। नवीन शासकीय महाविद्यालय धौरपुर के प्रांगण में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वकील राम कुजूर सरपंच ग्राम पंचायत धौरपुर उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में भूतपूर्व सरपंच जमीरा दशरथ राम एवं मुख्य वक्ता के रूप में इंदर भगत,प्रदेश अध्यक्ष जनजाति गौरव युवा समाज उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जुगल किशोर कुजूर ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन कर एवं जनजाति समाज के वीर सेनानियों की प्रतिमा पूजन के साथ किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शबनम मिंज, अमीषा, वर्षा, किरण शांडिल्य एवं उनके साथियों द्वारा सरस्वती वंदना राज्य गीत और स्वागत गीत की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.के. कुजूर द्वारा स्वागतीय उद्बोधन में जनजातियों के ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान पर प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता के रूप में इंदर भगत द्वारा भगवान बिरसा मुंडा का संक्षिप्त जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्षों से भरा था,उन्होंने अंग्रेजों के शोषणकारी नीति के खिलाफ आदिवासी समाज के अस्मिता जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए उलगुलान आंदोलन चलाया और अल्प आयु में ही अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हो गए।
उद्बोधन के अगले क्रम में सरपंच ग्राम पंचायत धौरपुर वकील राम कुजूर द्वारा जनजातियों के त्याग समर्पण और बलिदान के बारे में विस्तृत रूप से व्याख्यान दिया। साथ ही यह बताए कि जनजाति अपनी संस्कृति और परंपराओं को आज भी जीवित रखा है। जनजाति समाज स्वभाव से ही प्रकृति पूजक होते है, इनके प्रत्येक तीज त्योहार प्रकृति पर आधारित होते हैं।
इसके पश्चात प्राचार्य एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ. जुनस एक्का द्वारा मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का जनजातीय गमछा देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के सफल संचालन समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के सहसंयोजक प्रो.संजय कुमार ने की। इस अवसर पर सुग्रेशन सिंह सहायक ग्रेड 3,सूर्यकांत मानिकपुरी प्रयोगशाला तकनीशियन,अतिथि प्राध्यापक ऐश्वर्या डबराल डॉ, पूजा गुप्ता,मिथुन समददार, दिलसाय,विनोद खलखो,डॉ. सिंधु खाखा,गरिमा लकड़ा, इंदुकांत, रेखा सिंह एवं समस्त छात्र छात्राओं का योगदान सराहनीय रहा।


