सरगुजा
राज्य जूनियर नेटबॉल चैंपियनशिप का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,16 नवंबर। सरगुजा जिले में आयोजित दो दिवसीय चौथी छत्तीसगढ़ राज्य जूनियर नेटबॉल चैंपियनशिप 2025-26 का आयोजन माउंट लिटर ज़ी स्कूल संजय नगर में किया जा रहा था जिसका आज भव्य समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर से 32 बालक एवं बालिका वर्ग की टीमों सहित लगभग 400 खिलाड़ी, कोच, अधिकारी एवं प्रबंधक सम्मिलित हुए।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि टी. एस सिंह देव पूर्व उपमुख्यमंत्री, अजय सिंह भंवर बाबा, जे.डी अग्रवाल, हेमंत तिवारी, आशीष जायसवाल, विनोद गुप्ता,प्रभाकर उपाध्याय, राजू अग्रवाल, उत्तम सिंह सिसोदिया, प्रतीक दीक्षित, वर्षा अग्रवाल, राधे अग्रवाल, रहे थे।
टी.एस सिंहदेव द्वारा विजेता खिलाडिय़ों को पदक एवं ट्रॉफी प्रदान करते हुए कहा कि
सरगुजा की धरती प्रतिभाओं से समृद्ध है। यहां आयोजित राज्य स्तरीय नेटबॉल प्रतियोगिता से नए खिलाड़ी प्रेरित होंगे और यह आयोजन ग्रामीण अंचलों के खिलाडिय़ों के लिए बड़ा मंच सिद्ध होगा.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं खिलाडिय़ों में खेलभावना, नेतृत्व क्षमता और अनुशासन को विकसित करती हैं। उन्होंने पूरे आयोजन की सराहना करते हुए नेटबॉल खेल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि बालक वर्ग प्रथम- दुर्ग, द्वितीय-जांजगीर-चांपा, तृतीय स्थान – संयुक्त टीम रायपुर एवं धमतरी एवं बालिका वर्ग प्रथम दुर्ग, द्वितीय सरगुजा,तृतीय संयुक्त टीम (धमतरी एवं रायपुर) रही। खिलाडिय़ों ने बेहतर प्रदर्शन किया। बालक वर्ग में हल्की चूक के कारण परिणाम निराशाजनक रहे, परंतु सरगुजा की बालिकाओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए द्वितीय स्थान हासिल किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजन से भविष्य में और भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।यह प्रतियोगिता नेटबॉल स्पोर्ट्स एसोसिएशन सरगुजा एवं नेटबॉल स्पोर्ट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में आयोजित की गई।
समापन समारोह में मीना क्रिकेटर (अध्यक्ष, नेटबॉल स्पोर्ट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़),राजेश राठौर (महासचिव),रजत सिंह (सचिव, नेटबॉल स्पोर्ट्स एसोसिएशन सरगुजा), प्रियंका पैकरा,प्रज्ञा मिश्रा, प्रिया,जयसवाल, रीविका, शशांक तिवारी, तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए पदाधिकारी, कोच, प्रबंधक एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता का सफल संचालन सरगुजा जिले के लिए गौरव का विषय रहा और आने वाले समय में विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय स्तर पर भी इसे जोडऩे की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।


