सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 12 नवंबर। गांधीनगर पुलिस ने नाबालिग बालिका की हत्या के आरोप में विधि से संघर्षरत बालक (नाबालिग) को पकडऩे की जानकारी दी है।
गुमशुदा बालिका की तलाश के दौरान पूछताछ में इस मामले का खुलासा हुआ। पुलिस के अनुसार, 4 अगस्त 2025 को एक नाबालिग बालिका के लापता होने की रिपोर्ट उसकी परिजन द्वारा गांधीनगर थाने में दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि बालिका अपने आवास से दोपहर में बिना बताए निकली और वापस नहीं लौटी।
उसका मोबाइल फोन भी बंद था। रिपोर्ट पर थाना गांधीनगर में गुम इंसान का मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल ने मामले की जांच में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
साइबर सेल से मिली तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने उस नाबालिग को पूछताछ के लिए पकड़ा, जो लापता बालिका से लगातार संपर्क में था।
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि उसका और बालिका का आपसी परिचय था और वे मोबाइल पर बातचीत करते थे।
बालिका द्वारा विवाह के लिए दबाव बनाए जाने की बात कहकर उसने हत्या की योजना बनाई। पुलिस के अनुसार, नाबालिग ने बालिका को मोटरसाइकिल से घुमाने के बहाने चिरगा पहाड़ क्षेत्र में ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी और शव को पत्थरों के नीचे छिपा दिया।
युवक की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल से एक बैग, कपड़े, मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल और मानव अवशेष बरामद किए।
मानव अवशेष की पहचान परिजनों द्वारा लापता बालिका के रूप में की गई।
पुलिस ने मर्ग पंचनामा की कार्यवाही पूरी कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा।
जांच के दौरान भारतीय न्याय संहिता ( बीएनएस) की धारा 103(1) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
विधि से संघर्षरत बालक को गिरफ्तार कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं तथा मामले में आगे की जांच जारी है।


