सरगुजा
4 पुलिसकर्मी लाइन अटैच, आईजी ने कहा- मामले में न्यायिक जांच की जा रही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,11 नवंबर। बलरामपुर जिले के ज्वेलरी शॉप में 50 लाख रुपए से अधिक की चोरी के एक आरोपी की पुलिस अभिरक्षा में मौत मामले में मंगलवार को परिजन पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के साथ भारी संख्या में पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया। भारी संख्या में पुलिस बल ने उन्हें अंदर जाने से रोका, जिससे आक्रोशित लोगों ने सडक़ पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। काफी देर तक पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के सामने नारेबाजी की गई। बाद में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने पुलिस महानिरीक्षक से पूरे मामले में चर्चा करते हुए परिजनों के आरोप को बताया। आईजी ने कहा -मामले में न्यायिक जांच जारी है।
वहीं आईजी ने बलरामपुर के 4 पुलिस कर्मी को लाइन अटैच कर दिया।
दरअसल, बलरामपुर के धनंजय ज्वेलर्स से 30-31 अक्टूबर की दरमियानी रात 3.50 लाख रुपए कैश और 50 लाख रुपए से अधिक के जेवरात चोरी हो गए थे। चोरी के आरोप में सीतापुर इलाके के 9 आरोपियों को पकड़ा था। छ: नवंबर को बतौली थाना क्षेत्र के गांव बैलकोटा से पकड़े गए उमेश सिंह (19) की पुलिस हिरासत में रविवार को मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर पीट-पीटकर मार डालने का आरोप लगाया है।
परिजनों के आरोपों को खारिज करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का यह दावा किया गया है कि उमेश सिंह पहले से बीमार था। नौ नवंबर की सुबह करीब 4.20 पर तबीयत बिगडऩे पर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए कहा कि उमेश सिंह को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। 6 नवंबर को सादी वर्दी में पहुंचे लोगों ने उमेश सिंह को पकड़ा था और उसी समय बेदम मारा था। उसके नाक-मुंह से खून निकल रहा था। उसे क्राइम ब्रांच के जवान जो सादी वर्दी में थे, मारते हुए बलरामपुर लेकर गए थे। पुलिस कस्टडी में मारपीट के कारण उमेश की जान गई है।
मामले मे दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन मंगलवार को पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के निवास पहुंचे थे.वहां से चर्चा के उपरांत पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के साथ परिजन पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पहुंचे. इस दौरान कई समाजसेवी भी मौके पर पहुंचे हुए थे।
कार्यालय के सामने भारी संख्या में पुलिस बल ने उन्हें अंदर जाने से रोका। इस दौरान आक्रोशित लोग सडक़ पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की।
करीब आधे घंटे के बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया,काफी देर पुलिस महानिरीक्षक से चर्चा की गई। पुलिस महानिरीक्षक ने जानकारी दी कि मामले में न्यायिक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया के उक्त व्यक्ति का पोस्टमार्टम के दौरान फोटोग्राफी भी कराई गई थी। परिजनों का जो भी आरोप है उसे लेकर भी जांच की जा रही है।


