सरगुजा

छठ: उदयगामी सूर्य को अघ्र्य देने घाटों में उमड़े श्रद्धालु, सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना
28-Oct-2025 9:58 PM
छठ: उदयगामी सूर्य को अघ्र्य देने घाटों में उमड़े श्रद्धालु, सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 28 अक्टूबर। सूर्योपासना का महापर्व छठ के चौथे दिन उदयगामी सूर्य को अघ्र्य देकर छठ व्रतियों ने अपने उपवास का पारण किया। 27 अक्टूबर की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य  देने के बाद कई व्रतियों ने छठ घाटों में ही रात गुजारी और सूर्योदय का इंतजार किया। सुबह सूर्य को अघ्र्य देकर सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना के साथ छठ महापर्व का समापन किया गया। छठ घाटों में जगराता एवं अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। अंबिकापुर के 14 छठ घाटों में पूजा कराने की व्यवस्था की गई थी।

अंबिकापुर के शंकरघाट, खर्रा घाट घुनघुट्टा, मेंड्रा घुनघुट्टा नदी छठ घाट, शिवसागर तालाब सहित 14 छठ घाटों में श्रद्धालुओं ने 27 अक्टूबर की शाम अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया। अघ्र्य के बाद कई श्रद्धालुओं के परिवार घर लौट आए थे जो तडक़े चार बजे घाटों में पहुंच गए और सूर्योदय का इंतजार किया। कई श्रद्धालु परिवारों ने छठ घाटों में ही रात गुजारी। उदयगामी सूर्य को व्रत देकर छठ व्रतियों ने 36 घंटे के व्रत का पारण किया। शंकरघाट में हजारों परिवारों ने सूर्योपासना की। यहां जगराता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

घाट में रूकने वाले श्रद्धालु पूरी रात भक्तिगीतों में झूमते रहे। शिवसागर तालाब में छठ गीत पूरी रात गूंजते रहे। यहां सैकडों की संख्या में व्रतियों ने एक साथ सूर्योपासना की। घुनघुट्टा नदी पर खर्रा घाट में सोमवार शाम एवं मंगलवार सुबह गंगा आरती का आयोजन किया गया। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने घाट में ही रात बिताई। पूरी रात जगराता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अन्य छठ घाटों में भी जगराता और भक्तिगीतों का आयोजन किया गया। सरगुजा संभाग में छठ महापर्व का उल्लास दिखा। संभाग के सभी प्रमुख निकाय क्षेत्रों के अलावे ग्रामीण इलाकों में भी छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं ने सूर्योपासना की।

हर वर्ष छठ व्रतियों की संख्या बढ़ रही है।


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