सरगुजा

पर्यवेक्षक दल ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों और सामाजिक समूहों से की रायशुमारी
12-Oct-2025 9:59 PM
पर्यवेक्षक दल ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों और सामाजिक समूहों से की रायशुमारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 12 अक्टूबर। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक दल ने रविवार से सरगुजा के ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों से रायशुमारी प्रारंभ कर दी है। इस कड़ी में आज मुख्य पर्यावेक्षक राजेश ठाकुर पूर्व अध्यक्ष झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ- साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू एवं भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मण्डावी ने अम्बिकापुर शहर एवं अंबिकापुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक आज जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में ली।

बैठक के उपरांत पर्यवेक्षक दल ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारणी सदस्य एवं नवगठित मंडलों के अध्यक्षों एवं उनकी कार्यकारणी से वन टू वन मुलाकात कर उनकी राय ली। अंबिकापुर शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की 6 एवं अम्बिकापुर ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कुल 9 मंडलों के अध्यक्ष के साथ ही उनकी कार्यकारणी के सदस्य और बीएलए की टीम ने पर्यवेक्षक दल से मुलाकात की। अम्बिकापुर शहर एवं ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक के उपरांत पर्यावेक्षक दल लखनपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की रायशुमारी के लिये लखनपुर रवाना हो गया।

लखनपुर में सामुदायिक भवन में बैठक के साथ ही वन टू वन चर्चा की गई। इसमें लखनपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अतिरिक्त वहां के 9 मंडलों के अध्यक्ष एवं उनकी कार्यकारणी से चर्चा की गई। 13 अक्टूबर को पर्यावेक्षक दल रायशुमारी के लिये उदयपुर, धौरपुर एवं लुंड्रा ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों का दौरा करेगा।

सामाजिक समूहों से

वन टू वन मुलाकात

सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के उपयुक्त व्यक्ति के लिये ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की बैठक के पूर्व पर्यवेक्षक दल ने सामाजिक समूहों से मुलाकात कर उनसे वन-टू-वन चर्चा की। इनमें जातीय, धार्मिक समूह के साथ ही समाज सेवा में जुडी संस्थाएं भी शामिल थी। ऐसी करीब 22 सामाजिक समूहों के प्रमुख एवं उनके दल से पर्यावेक्षक दल ने करीब 2 घंटे बारी-बारी से मुलाकात कर चर्चा की।

धार्मिक एवं जातीय समूहों में आदिवासी समाज, गोड समाज, अनुसूचित जाति वर्ग के समूह, रजक समाज, जायसवाल समाज, कायस्थ समाज, बंग समाज, क्षत्रीय समाज, ब्राम्हण समाज, सिख समाज, मुस्लिम समाज, मसीही समाज के साथ ही समाज सेवा में संलग्न कुछ एनजीओ के प्रमुखों से भी मुलाकात कर उनसे राय ली गई। 


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