सरगुजा
पीडि़त परिवारका आरोप -एक पुलिसकर्मी रिश्तेदार दे रहा संरक्षण, कार्रवाई नहीं हुई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 8 अक्टूबर। कोतवाली थाना क्षेत्र के कुम्हारपारा में 6 अक्टूबर को एक युवक के साथ घर में घुसकर मारपीट की घटना हुई है।
पीडि़त आकाश साव (25 वर्ष), पिता संतोष साव, निवासी चांदनी चौक कुम्हारपारा ने बताया कि छह लोगों ने लाठी-डंडे और हथियार से हमला किया, जिसमें उसे सिर और शरीर पर चोटें आई हैं। घायल को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया गया है। बचाव करने पहुंची उसकी मां मंजू देवी को भी चोटें आई हैं।
पीडि़त परिवार ने बताया कि दो दिन पहले हुई घटना की रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई है, लेकिन पुलिस ने मामूली धाराओं में अपराध दर्ज किया है। परिवार का आरोप है कि आरोपियों में से एक का रिश्तेदार पुलिस विभाग में पदस्थ है, जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो रही है। पीडि़त परिवार के अनुसार, घटना की शुरुआत तब हुई जब 6 अक्टूबर की सुबह आकाश साव काम से लौट रहा था। उसी दौरान मोहल्ले के दो लोगों से पुरानी रंजिश को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके कुछ समय बाद छह लोग अजय गुप्ता, अंकित, गोविंद, संजय, गौतम और प्रकाश उसके घर पहुंचे और मारपीट की। परिवार का कहना है कि मारपीट के दौरान धारदार हथियार का भी इस्तेमाल किया गया।
मोहल्लेवासियों ने बताया कि घटना के बाद पुलिस जांच के लिए मौके पर नहीं पहुंची और न ही आसपास के सीसीटीवी कैमरे देखे गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि वारदात के बाद क्षेत्र में भय का माहौल है और वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पीडि़त परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि रिपोर्ट दर्ज करते समय पुलिसकर्मियों ने धारदार हथियार से हमले की बात को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया और केवल लाठी-डंडे से मारपीट की धारा लगाई गई। परिवार के अनुसार, अपराध आईपीसी की धारा 296, 351(3), 115(2) और 3(5) के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर सभी तथ्यों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।


