सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 23 सितंबर। कोलइंडिया लिमिटेड द्वारा मानकीकरण समिति में इंटक को आने से रोकने के लिए कोलकाता हाईकोर्ट के डबल बेंच में अपील दायर करने का दांव उल्टा पड़ गया है। हाईकोर्ट ने अंतिम निर्णय तक मानकीकरण समिति की बैठक पर ही रोक लगा दी है।
एसईसीएल एसकेएमएस एटक के महासचिव अजय विश्वकर्मा ने बताया कि एटक, सीटू और इंटक नेताओं ने इसके लिए सीआईएल प्रबंधन को दोषी ठहराया है। इंटक यूनियन को लेकर सीआईएल को कोलकाता डबल बेंच में अपील पर नहीं जाना चाहिए था बल्कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए इंटक को मानकीकरण की बैठक मेंं सम्मिलित किया जाना चाहिए था।
एटक और सीटू यूनियन सीआईएल प्रबंधन के फैसले से आहत हैं, 2 लाख 20 हजार स्थाई कर्मचारी और लाखों ठेका श्रमिक उनके परिवार के समक्ष दुर्गा पूजा उत्सव का रंग फीका पड़ गया है।
एटक सीटू यूनियन ने संयुक्त रूप से मांग की है कि कोल इंडिया कामगारों को मंगलवार से एक- एक लाख रुपए का अग्रिम राशि का भुगतान करें।
कोल इंडिया प्रबंधन को चेतावनी दी है कि अग्रिम राशि के भुगतान की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।


