सरगुजा

अस्पताल के सामने नो वेंडिंग जोन में गुमटियों का कब्जा, निजी एंबुलेंस भी खड़े रहते हैं बेतरतीब
23-Jul-2025 10:37 PM
अस्पताल के सामने नो वेंडिंग जोन में गुमटियों का कब्जा, निजी एंबुलेंस भी खड़े रहते हैं बेतरतीब

 दुर्घटना और असामाजिक गतिविधियां बढऩे पर अस्पताल अधीक्षक ने लिखा एसपी को पत्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अम्बिकापुर, 23 जुलाई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल मार्ग पर निजी एंबुलेंस का कब्जा खत्म नहीं हो रहा है. लगातार निजी अस्पतालों और पैथोलैब के दलालों की सक्रियता भी बनी हुई है। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की सांठगांठ से दलाल गरीब मरीजों को निजी अस्पताल ले जाने में कामयाब हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने फुटपाथ पर ठेले,खोमचों वालों का कब्जा होने से आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। निजी एंबुलेंस के चालक आपसी प्रतिस्पर्धा में गाली-गलौज करते हुए मारपीट भी कर रहे हैं. इसी समस्या को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक ने सरगुजा पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अस्पताल के सामने निजी एंबुलेंस को हटाए जाने की मांग की है।

ज्ञात हो कि ऐसी स्थिति में अस्पताल परिसर का माहौल अशांत रहता है. निजी एंबुलेंस चालकों की मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्टाफ से सांठगांठ होती है। कमीशन खोरी के लिए गरीब मरीजों को झांसा देकर निजी अस्पताल पहुंचा दिया जाता है. गरीब मरीजों तक संजीवनी एक्सप्रेस 108 की सेवा पहुंचने से पहले निजी एंबुलेंस के दलाल मरीजों को झांसा देने में सफल हो जाते हैं,निजी पैथोलैब रक्त जांच के नाम पर गरीब मरीजों को लूट रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री सचिव,स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा द्वारा दिये गये निर्देशानुसार अस्पताल अधीक्षक ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा है कि राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव,शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय अम्बिकापुर के परिसर में एक ओर एम.सी.एच. भवन एवं एक ओर पुराना चिकित्सालय भवन है, जिसके कारण मरीजों को जांच व उपचार हेतु रोड के दोनों ओर लाना एवं ले जाना पड़ता है व परिजनों की आवाजाही लगी रहती है, किन्तु रोड के दोनों ओर ठेले, गुमटी एवं प्राईवेट एम्बुलेन्स इत्यादि होने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं दुर्घटना होने की भी संभावनाएं बनी रहती है एवं वाद-विवाद की स्थिति भी उत्पन्न होती रहती है।

इस संबंध में आपसे पूर्व में अनुरोध करने पर आपके द्वारा कार्यवाही भी की गई थी, किन्तु 3-4 दिवस उपरांत ही पुन: ठेले, गुमटी आदि वापस लगा लिये जाते है।

अस्पताल अधीक्षक ने मांग करते हुए कहा कि चिकित्सालय के समीप रोड के दोनो तरफ ठेले, गुमटी एवं प्राईवेट एम्बुलेन्स इत्यादि हटाने हेतु उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।

गरीब मरीजों को गुमराह कर ऐसे लगाते हैं चूना

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों और तीमारदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।कुछ महीने पहले पुलिस प्रशासन और नगर निगम की टीम ने निजी एंबुलेंस को रामानुज क्लब मैदान में खड़ा कराने का निर्णय लिया था, इसके साथ साथ फुटपाथ व नो वेंडिंग जोन में लगने वाले ठेले, खोमचों को भी हटाने की बात कही गई थी, परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ।


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