सुकमा

उगते सूर्य को दिया अघ्र्य, सुख-समृद्धि की कामना
11-Nov-2021 9:46 PM
उगते सूर्य को दिया अघ्र्य, सुख-समृद्धि की कामना

 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सुकमा,  11 नवंबर।  सूर्योपासना का महापर्व छठ के चौथे दिन गुरूवार की सुबह सुकमा शबरी नदी घाट पर जाकर व्रतियों ने सूर्य को अघ्र्य देकर पारण किया और फिर प्रसाद ग्रहण कर व्रत का समापन किया।

छठ पर्व के चौथे एवं अंतिम दिन तडक़े ही सूरज को अघ्र्य देने के लिए व्रती और उनके परिजन अपने घरों से पूजा सामग्रियों के साथ घाटों पर पहुंचे और घुटने तक पानी में खड़े होकर व्रतधारियों ने सूप, बांस की डलिया में मौसमी फल, गन्ना सहित पूजन सामग्री और गाय के दूध से भगवान सूर्य को अघ्र्य दिया और सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद छठ व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया और इसी के साथ ही व्रत और उपवास का चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व संपन्न हो गया।

प्रकृति पूजन के महापर्व छठ के अवसर पर सुकमा में उत्साह का माहौल देखने को मिला। बिहार-झारखंड से जुड़े समाज के लोगों में महापर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। इस दौरान छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे।

 छठ का पर्व 8 नवंबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था। दूसरे दिन खरना पर गुड़ की खीर बनाई गई और तीसरे दिन डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया गया। आखिरी दिन उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ ही छठ पर्व संपन्न हो गया।


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