सारंगढ़-बिलाईगढ़
ग्रामीणों ने एसपी से की शिकायत, कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 27 जुलाई। ग्राम पंचायत धाराशिव (थाना बिलाईगढ़) में पंचायत द्वारा घोषित पूर्ण शराबबंदी के बावजूद, गांव में खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। इस अवैध कारोबार के पीछे थाना प्रभारी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामवासियों का आरोप है कि थाना प्रभारी शराब कोचियाओं को संरक्षण देकर गांव को नशे की गर्त में धकेल रहे हैं।
ग्रामवासियों ने बताया कि पंचायत द्वारा सर्वसम्मति से शराबबंदी का निर्णय लिया गया था। बावजूद इसके, गांव में बेखौफ शराब की बिक्री हो रही है। शराब बेचने वाले स्थानों के पास स्कूल भी स्थित हैं, जिससे बच्चों पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इसे सामाजिक पतन की ओर इशारा करते हुए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
गांव के सरपंच, पंचों और ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय को सौंपी है। शिकायत में थाना प्रभारी को तत्काल हटाने और अवैध शराब बिक्री पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही चेताया गया है कि यदि शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्रामीण उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। आरोप है कि गांव की सरपंच ने जब इस मुद्दे पर थाना प्रभारी से दूरभाष पर शिकायत की, तो न केवल उनकी बात को नजरअंदाज किया गया, बल्कि उन्हें चुप रहने की धमकी भी दी गई। सरपंच ने इस घटना को जनप्रतिनिधियों की गरिमा का अपमान बताया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह रवैया लोकतांत्रिक मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है।
ड्राइवर पर वसूली का आरोप
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि थाना प्रभारी का निजी ड्राइवर शराब कारोबारियों से नियमित वसूली करता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह पूरा अवैध नेटवर्क पुलिस संरक्षण में फल-फूल रहा है।


