सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 15 जुलाई। चंदाई की सरपंच समुंद बाई खूंटे के नेतृत्व में गांव की महिलाओं ने शराब के खिलाफ मोर्चा खोला व पूरे गांव में रैली निकालकर जागरूकता फैलाई। साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन से भी गुहार लगाई कि गांव में शराब की बिक्री और सेवन पर तत्काल सख्ती की जाए।
गांव की महिलाओं ने बताया कि पुरुषों द्वारा शराब पीने से घरों में झगड़ा, मारपीट, मांनसिक और शारीरिक प्रताडऩा बढ़ती जा रही है। कई परिवार टूटने की कगार पर हैं, छोटे-छोटे बच्चे शिक्षा से दूर हो रहे हैं और युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। जब तक गांव से शराब नहीं हटेगी, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगी । यह सिर्फ पुरुषों का नहीं, पूरे समाज का नुकसान कर रही है । सरपंच की अपील - गांव को नशामुक्त बनाना है ।
सरपंच समुंद बाई खूंटे ने रैली के दौरान कहा - हमारे गांव की पहचान मेहनतकश व शांति पूर्ण जीवनशैली से रही है, पर शराब ने हमारे समाज में विष घोल दिया है। हमें मिलकर इसे रोकना होगा। प्रशासन से निवेदन है कि गांव में किसी भी प्रकार की शराब बिक्री को रोका जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
चंदाई के ग्रामीणों ने सरपंच के साथ कोतवाली थाना सारंगढ़ को ज्ञापन सौंपा और पुलिस प्रशासन से महिला समूह ने यह भी मांग की कि - गांव में यदि कोई अवैध रूप से शराब बेच रहा हो या सेवन कर रहा हो तो उसके विरुद्ध तुरंत कार्रवाई हो। साथ ही शराब की आपूर्ति और बिक्री पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जाए।