सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 21 अप्रैल। गंधर्व कला सांस्कृतिक सम्मेलन व दूल्हादेव महोत्सव के अवसर पर सरिया में संध्या कालीन भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जपं अध्यक्ष डॉ. विद्या किशोर चौहान सपरिवार,जपंस पूजा संतोष चौहान जपं सदस्य, नपं सरिया के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, ओमप्रकाश चौहान व कार्यक्रम संचालन समिति के सदस्य उजागर नंद, गुणमणी नंद, राजेन्द्र कुमार चौहान, शुकलाल चौहान, बसंत चौहान, सुदामा चौहान, राजेश चौहन, हेमलाल तांडी, चंद्रशेखर चौहान, आनंद चौहान, सुखदेव चौहान, भोगीलाल चौहान, सुबल नन्द, रामेश्वर चौहान, डिग्रीलाल चौहान, कविराज चौहान, गोवर्धन चौहान, गंगाप्रसाद चौहान, राजू चौहान, गणमान्य नागरिकों, सामाजिक सदस्यों, महिला और बच्चों की गरिमामयी उपस्थिति में गंधर्व देव, दूल्हा देव, बूढ़ादेव की पूजा अर्चना कर आरती की गई । छग राज्य गीत (अरपा पैरी के धार) गायन के उपरांत मुख्य अतिथियों का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथियों के द्वारा वयोवृद्ध दम्पतियों को शाल श्रीफल देकर सम्मान किया गया। इसके पश्चात कवियों का पुष्पहार से स्वागत कर काव्य पाठ प्रारंभ हुआ।
मंच संचालक के रूप में जमुना जवान गोरा पुटकापुरी (पुसौर) के द्वारा कवियों का परिचय देते हुए व्यंग्य कविता से सबका मन गुदगुदाया गया। वीर रस में कवि राजेंद्र चौहान के द्वारा पथ की पहचान कविता पढ़ी गई । कवयित्री सुखमती चौहान शुभी घोठला सारंगढ़ के द्वारा नारी शक्ति पें सुमधुर गीत गाई और नारी के महत्व को दर्शाया गया। कवि वेद राम चौहान सदाबहार पेलमा (तमनार) के द्वारा मानव जीवन पर आधारित शिक्षा प्रद कविता पढ़ी गई। कवि यदुमणी चौहान चैतन्य लुकापारा (बरमकेला) के द्वारा सरहदें नामक गीत में युद्ध की विभीषिका एवम् बेटियां नामक गीत में नारी अत्याचार पर प्रकाश डाला गया। इनकी प्रस्तुति से श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए। नवोदित कवि कृष्णा चौहान अमेरी (बरमकेला) के द्वारा मां के महत्व और बनो नेक दिल इंसान नामक कविता पर काव्य पाठ किया गया ।