सारंगढ़-बिलाईगढ़

रोका- छेका अभियान फेल सडक़ों पर मवेशियों का जमावड़ा-खूबचंद
29-Jul-2023 7:16 PM
रोका- छेका अभियान फेल सडक़ों पर मवेशियों का जमावड़ा-खूबचंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सारंगढ़, 29 जुलाई। खूबचंद मिरी भाजपा जिला सोशल मीडिया प्रभारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ ने बताया कि छग में पुरानी परंपरा रही है। जैसे ही बारिश के मौसम मेंकिसान खेती की शुरुआत करते हैं। उस वक्त मवेशी खेतों को नुकसान न पहुंचाएं इसके कारण उन्हें घरों में ही बंद रखा जाता है। इसे रोका छेका कहा जाता है। किसानों की सरकार होने का दावा करने वाली भूपेश बघेल सरकार भी इसी परंपरा को कायम रखते हुए 17 जुलाई को हरेली पर्व से रोका छेका अभियान शुरुवात किया गया।

खूबचंद ने बताया कि बिलाईगढ़ नगर पंचायत व क्षेत्र के ग्रामिण अचंल ग्राम पंचायत  के सचिव और जप अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह सडक़ पर मौजूद मवेशी को गौठान तक पहुंचाएं लेकिन रोका छेका योजना जारी है, लेकिन इसका असर कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रहा। वहीं सडक़ों व खेतों में अभी भी हर ओर मवेशी जमे हुए हैं। खूबचंद मिरी ने कहा कि बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र के किसी भी सडक़ व खेत जगह पर चले जाइए, सडक़ और खेतो पर गाय बैलों के झुंड नजर आ ही जाएंगे।

बारिश होते ही मिट्टी गीली होने के बाद मवेशी बीच सडक़ पर ठिकाना बना लेते हैं। सडक़ जहां सुखी होती है वही दावा किया जाता है कि सडक़ से गुजरने वाले वाहनों के धुएं के कारण उन्हें मक्खी भी परेशान नहीं करते। इस कारण से सभी सडक़ों पर मवेशियों का डेरा है। सडक़ पर पंचायत लगाकर मवेशियों के बैठने के कारण हर तरफ गोबर भी बिखरा पड़ा है जिससे सडक़ों की अलग दुर्गति हो रही है। इस योजना से गांव में भी कोई बदलाव नहीं दिख रहा। ऐसे में समझ नहीं आ रहा कि सरकार की महत्वकांक्षी योजना रोका छेका आखिर चल कहां रही है। सडक़ पर मवेशियों के होने से सडक़ दुर्घटना में भी इजाफा हो रहा है तो वहीं सभी रास्ते में लगातार गंदगी भी हो रही है। गोबर से होने वाली गंदगी को दूर करने राज्य शासन गोबर खरीद रहा है, वही रोका छेका अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में भी लागू ना होने से किसान को भी कोई लाभ नहीं मिल पाया। ऐसे में क्षेत्रिय कांग्रेस विधायक पूरी तरह निष्क्रिय व प्रदेश की कांग्रेस सरकार की रोका छेका व अन्य सभी योजनाएँ विफल नजर आ रही हैं।


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