सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 5 जून। कलेक्टर डॉ सिद्दीकी के निर्देशन में सा. स्वा.केंद्र बिलाईगढ़ के चिरायु टीम ने डिलीवरी प्वाइंट प्राथ. स्वास्थ्य केन्द्र भटगांव में निरीक्षण के दौरान 22 मई को जन्मजात दोनों पैरों की विकृति (क्लब फुट) से ग्रसित बच्ची को देखा जो कि माता मीनू साहू मधुबन कला तथा पिता मोरध्वज साहू की पुत्री है। पहली बार माता-पिता बने दंपत्ति को चिरायु योजना के लाभों को बताते हुए आश्वासन दिया गया कि बच्ची का संपूर्ण इलाज सफलतापूर्वक होना संभव है, जिससे माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान आई।
ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक गौरी यादव द्वारा भी घर जाकर इलाज हेतु प्रेरित करने पर 31 मई 23 कोडेडिकेटेड चिरायु टीम बिलाईगढ़ जिला अस्पताल बलौदाबाजार ले जाया गया जहाँ बेबी वंशिका का इलाज जिला अस्पताल बलौदाबाजार के डॉ कल्याण (ऑर्थोपेडिक सर्जन) प्रथम सीरियल कास्टिंग की प्रक्रिया के द्वारा किया गया। बच्ची को फॉलो अप के लिए जून में मंगलवार को पुन: बुलाया गया है। इसी तरह वस्तुस्थिति के देखकर 5 से 6 बार इस प्रक्रिया को दुहराया जाएगा। अगर इसके बाद भी सुधार नहीं होगा तो सर्जरी की जाएगी जो पूर्णत: नि:शुल्क होगा।
चिरायु टीम बिलाईगढ़ द्वारा बराबर बच्चे का फॉलोअप ग्राम मधुबन कला में उसके घर पहुंच कर किया जा रहा है। चिरायु टीम द्वारा जिला सहित पूरे राज्य भर के चिन्हित बच्चों को लगातार योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। चिरायु टीम बच्चों के लिए एक सुरक्षा कवच है। चिरायु कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में जिले के सीएमएचओ डॉ एफ आर निराला, डीपीएम एन एल इजारदार, बिलाईगढ़ बीएम ओ डॉ पी वैष्णव, चिरायु जिला नोडल डॉ. पी डी खरे के मार्गदर्शन में सामु स्वा केंद्र बिलाईगढ़ चिरायु टीम के डॉ लकेश्वर पटेल, डॉ सुमन केशरवानी, फार्मासिस्ट मिथलेश रत्नाकर व एएनएम हेमलता साहू की टीम का सराहनीय योगदान रहा।


