सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 17 फरवरी। लिलेश साहू की हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में सारंगढ़ पुलिस को सफलता मिली। पुलिस ने गुमराह कर रहे दोनों आरोपियों को बारीकी से पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया। नौकरी लगाने के नाम पर मृतक ने दो युवकों से लिया था पैसा, वापस नहीं करने पर दोनों युवकों ने हत्या की थी।
आरोपियों के नाम बोधराम साहू उर्फ दादू उर्फ पाऊ (28) सक्ती व रविशंकर साहू उर्फ दारासिंह साहूू (28) हसौद हैं। एसपी राजेश कुकरेजा, अतिक्ति पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग, एसडीओपी स्नोहिल साहू के मार्ग दर्शन में टीम गठित कर थाना प्रभारी कोतवाली विन्टन साहू, थाना प्रभारी कोसीर विजय पैकरा के नेतृत्व में अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाया गया।
पुलिस के अनुसार 20 सिंतबर 2022 को ग्राम छर्रा के सुरेश बंजारे ने सूचना दी थी कि गांव में महानदी किनारे में एक युवक की लाश पड़ी है। इस पर थाना सारंगढ़ में मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई। पंचनामा के दौरान मृतक की पहचान लीलेश साहू पिता रामजी साहू ग्राम डेरागढ़ थाना बाराद्वार के रूप में हुई। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया गया। लिलेश साहू के मोबाइल नंबर का अवलोकन करने पर संदेही रविशंकर व बोधराम से पूछताछ की गई। आरोपियों ने बताया कि लिलेश साहू ने बोधराम साहू से 10 हजार और रविशंकर साहू से 50 हजार रुपए घटना के 2 वर्ष पूर्व कम्पनी में नौकरी लगा देने के नाम से लिया था। उसने नौकरी नहीं लगाया और न ही पैसा वापस कर रहा था।
ग्राम हसौद में हरिशंकर साहू की पत्नी के दशगात्र कार्यक्रम के दौरान आरोपियों में पैसे देने पर लिलेश की हत्या करने की बात हुई। ग्राम छपोरा में रविशंकर साहू ने लिलेश साहू से पैसा को लेकर विवाद किया। 18 सितंबर 2022 को ग्राम हसौद में लीलेश साहू घूमते हुए रविशंकर साहू को मिला। उसे दारू पिलाने का लालच देकर अपने साथ लेकर ग्राम सिंघनपुर बैराज पहुंचे। जहां बोधराम साहू भी मौके पर पहुंचा। रविशंकर साहू ने लिलेश साहू के शराब के गिलास में बेहोश करने के लिए सुहागा मिला दिया। जिसे लीलेश पीने के बाद बेहोश हो गया। इसके बाद बैराज से लीलेश को महानदी में ढकेल दिया। जिससे लीलेश की मौत हो गई। आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201, 34 दर्ज रप न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।