सारंगढ़-बिलाईगढ़

अफ्रीका-जिम्बाब्वे की छात्राओं ने सारंगढ़ में मनाई दीवाली
26-Oct-2022 2:53 PM
अफ्रीका-जिम्बाब्वे की छात्राओं ने सारंगढ़ में मनाई दीवाली

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 26 अक्टूबर।
सारंगढ़ जिले में विदेशी छात्राएं भी दिवाली का त्योहार मनाने के लिए पहुंचीं। उन्हें देख बरमकेला ब्लॉक के ग्राम गोबरसिंघा के लोग भी बेहद खुश हो गए। अपनी धरती पर विदेशी नागरिकों को भारतीय परंपरा के साथ दीपावली मनाते देख उन्हें भी अपनी संस्कृति पर गर्व महसूस हुआ।

सोमवार को दिवाली के दिन रायपुर की कलिंगा यूनिवर्सिटी में पढऩे वाली 24 वर्षीय पबाला लीसोथो अपनी इंडियन दोस्त शुभ्रा के घर मेहमान बनीं। पबाला साउथ अफ्रीका की रहने वाली है और यहां बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रही है। वहीं जिम्बाब्वे की रहने वाली नताशा न्याशा (19 वर्ष) भी शुभ्रा के घर दिवाली मनाने पहुंची। नताशा कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर में सोशल वर्क की स्टडी कर रही है।

 पबाला, नताशा..
पबाला और नताशा के साथ ही यूनिवर्सिटी में सारंगढ़ जिला के ग्राम गोबरसिंघा में रहने वाली शुभ्रा मिरी भी पढ़ती है। शुभ्रा की दोस्ती इन दोनों से पढ़ाई के दौरान हुई। 15 दिन पहले शुभ्रा ने अपनी इन विदेशी दोस्तों को अपने घर दिवाली में आने का मौका दिया। भारतीय संस्कृति से प्रभावित पबाला और नताशा ने खुशी-खुशी इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया और दीपावली के दिन शुभ्रा के घर पहुंचीं। दिवाली के मौके पर दोनों ने खूबसूरत सी साड़ी पहनी और इंडियन मेकअप किया।

रंगोली बनाती हुई विदेशी छात्राएं..
दोनों विदेशी छात्राओं ने शुभ्रा और उसके घरवालों के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ी पकवान भी बनाए और खूबसूरत रंगोली भी बनाई। पबाला और नताशा ने कहा कि उन्हें ये सब करने में बहुत मजा आया। उन्होंने कहा कि दीपावली खूबसूरत और रोशनी का त्योहार है, उन्हें भी ये त्योहार मनाकर दिली खुशी हुई है। दोनों ने अपने हाथों में मेहंदी भी लगाई।

भारतीय दोस्त शुभ्रा मिरी के साथ विदेशी छात्राएं..


इधर गांववाले में दोनों छात्राओं को देख बेहद खुश थे। गांव आने पर पबाला और नताशा की आरती उतारी गई। लोगों ने उन्हें माला पहनाकर उन्हें तिलक भी लगाया और मुंह मीठी कराया। भारत के अतिथि सत्कार को देखकर छात्राएं भी हैरान रह गईं। उन्होंने ग्रामीणों को इस स्वागत के लिए बहुत धन्यवाद दिया। शुभ्रा मिरी के घर भी साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे की इन युवतियों को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।

छात्रा शुभ्रा के साथ पबाला और नताशा, मेहमाननवाजी से अभिभूत हुई छात्राएं..
प्रकाश पर्व दीपावली के मौके पर गोबसिंघा में भी हर्षोल्लास का माहौल था। ऐसे में विदेशी छात्राएं पबाला और नताशा के लिए इसमें शामिल होने का ये पहला मौका था। उन्होंने कहा कि दीपावली पर बनने वाले पकवान उन्हें बहुत पसंद आए। दोनों ने रात में छत्तीसगढ़ी स्टाइल में बनी दाल, चावल और टमाटर की चटनी भी बड़े ही शौक से खाई। दोनों ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग बहुत ही अच्छे हैं। घर से इतने दूर होने पर भी उन्हें घर की कमी महसूस नहीं होती है। उन्होंने अपनी भारतीय दोस्त शुभ्रा मिरी को भी बहुत थैंक्स कहा।

 


अन्य पोस्ट