राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : साहब का कॉल नहीं काम आया
04-Oct-2025 6:39 PM
राजपथ-जनपथ : साहब का कॉल नहीं काम आया

साहब का कॉल नहीं काम आया

दो दिन पहले लग्जरी कारों में बूढ़ा तालाब से आरंग तक दर्जनभर हुड़दंगी रईसजादों को राजधानी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दो तीन अभी भी फरार हैं। पकड़े गए युवकों को प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत रात भर के लिए जेल भेज दिया गया था। सोमवार से मंगलवार तक 48 घंटे तक इन लडक़ों के परिजन परेशान हाल रहे।

इसमें कुछ रईसजादों की संगत में मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे भी फंस गए। इन परिवारों ने कभी थाने, कोर्ट, जेल की ओर रुख भी नहीं किया था। ऐसे परिजनों को अपने बच्चों को छुड़ाने तन, मन के साथ कुछ और  का भी इस्तेमाल करना पड़ा। यहां तक कि पुलिस विभाग की निगरानी करने वाले गृह विभाग के आला अफसरों से भी कॉल कराए गए। लेकिन वहां ऐसे काल, कालर या संपर्क ने काम नहीं किया।

कोई छूट तो नहीं गया ?

इस निमंत्रण पत्र में उन सबका नाम है, जिनकी ओर मेजबान राज्य युवा आयोग अपना ध्यान खींचना चाहता है। पूरी जगह विशिष्ट अतिथियों की लंबी सूची ने घेर ली है। वे युवा कवि जिनकी कविताएं सुनाने बुलाया गया है, उनके लिए जरा भी जगह नहीं बची।

कार्यक्रम आज राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में शाम 7 बजे से है। यहां का मंच काफी बड़ा है, इसलिये उम्मीद कर सकते हैं कि वहां पर तो कवियों को जगह मिल जाएगी।  

कांग्रेस संगठन चुनाव और...

कांग्रेस में जिलाध्यक्ष के चयन के लिए पर्यवेक्षक आ रहे हैं। ये पर्यवेक्षक झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, और उत्तरप्रदेश के हैं। खास बात ये है कि प्रदेश के सीनियर नेताओं को इन पर्यवेक्षकों का सहयोगी बनाया गया है।

मसलन, महाराष्ट्र के नेता प्रफुल्ल गुदाधे को रायपुर शहर और ग्रामीण जिले के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। गुदाधे 8 तारीख को यहां आ रहे हैं, और सभी ब्लॉकों का दौरा करेंगे। प्रफुल्ल जिला स्तरीय नेता हैं, लेकिन यहां पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, और शैलेष पांडे एक तरह से उनके सहायक रहेंगे। ताम्रध्वज पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। ये अलग बात है कि वो विधानसभा और लोकसभा का चुनाव हार गए हैं।

इसी तरह पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव को बिलासपुर शहर, और ग्रामीण के साथ-साथ पीसीसी ने केन्द्रीय पर्यवेक्षक उमंग सिंघार के साथ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, और पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, फूलोदेवी नेताम, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित तमाम प्रमुख नेताओं को केन्द्रीय पर्यवेक्षकों का एक तरह से सहयोगी बनाया गया है। प्रदेश के दिग्गज नेताओं की राय को एआईसीसी पर्यवेक्षक कितना महत्व देते हैं, यह देखना है।

दूसरी जगह भी जाना है भाई 

भाजपा संगठन में बड़ा बदलाव आया है। अब तक जिलों में ही सीमित रहने वाले नेताओं को प्रदेश स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये नेता, अब अपने सीनियर नेताओं को दिशा-निर्देश दे रहे हैं, और एक-दो मौके पर तो अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दे रहे हैं।

पिछले दिनों कई जगह रासगरबा कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय भी शरीक हुए। उन्हें अपने यहां गरबा दिखाने के लिए आयोजकों में होड़ मची रही। इन सबके बीच सीएम वीआईपी रोड स्थित कुछ जगहों पर गरबा में शरीक हुए, और लोगों को संबोधित किया। स्वागत की कड़ी में पार्टी के एक सीनियर नेता, काफी देर तक सीएम की तारीफों के पुल बांधते रहे। मंच पर पार्टी के नए नवेले प्रदेश पदाधिकारी भी थे, और उन्होंने इशारा भी किया कि सीएम को दूसरी जगह भी जाना है। मगर स्वागत थोड़ा लंबा चल गया, इस पर पदाधिकारी ने पार्टी के सीनियर नेता को अलग ले जाकर जमकर फटकार लगाई। यह देखकर भाजपा के लोग हक्का-बक्का भी रह गए।


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