राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 दिसंबर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कमलजीत सिंह पिंटू ने राज्य की भाजपा सरकार की नियत पर सवाल खड़ा करते आरोप लगाया कि सरकार किसानों का पूरा धान खरीदना ही नहीं चाहती है, इसलिए प्रतिदिन का जो लिमिट तय किया है, उससे अंतिम तिथि तक धान खरीदी होना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहले से ही किसान रकबा के गायब होने ओर गिरदावरी के नाम से परेशान है। सरकार अपनी खामियों को सुधार नहीं पा रही है। वहीं कटाई और मिंजाई होने के बाद किसानों को धान बेचने के लिए टोकन हासिल करने जद्दोजहद करना पड़ रहा है। किसानों को कई कोई दिन टोकन नहीं मिल रहा है। ऊपर से तुर्रा यह है कि सरकार ने धान खरीदी का जो लिमिट तय किया है, वह काफी कम है।
उन्होंने कहा कि निर्धारित लिमिट के मुताबिक खरीदी होते रही तो अंतिम तिथि तक किसान धान नहीं बेच पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रही है और अपनी नाकामी को छुपाने के लिए धान खरीदी में तरह तरह के रोड़े लगा रही है, ताकि उसकी असफलता से पर्दा न उठे। उन्होंने धान खरीदी की लिमिट बढ़ाने और मोदी की गारंटी के तहत गांव में ही तत्काल भुगतान व्यवस्था करने की मांग की है। अब धान खरीदी के लिए कर्ज लेकर खेती करने वाले किसान को आखिर यह सरकार परेशान क्यों कर रही है, ज्यादा अच्छा है कि राज्य सरकार प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट बढ़ाएं और शासन द्वारा निर्धारित धान खरीदी के लिए अंतिम तिथि को भी बढ़ाया जाने की आवश्यकता है।
सभी सोसाइटी एवं धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था फैली हुई है किसान परेशान है, टोकन कट नहीं रहा है, किसानों से धान की खरीदी ना करना पड़े, यही सोच कर आज सभी सोसाइटियों में ट्रांसपोर्टिंग नहीं हो रही है, धान जाम पड़ा हुआ है। धान की किसानों का बड़ी मुश्किल से टोकन कट रहा है उनके धान तौलने की समस्या आ रही है, क्योंकि सोसाइटियों के पास रखने की जगह नहीं है। धान का ट्रांसपोर्टिंग बंद है।


