राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 दिसंबर। भाजपा नेता अशोक चौधरी ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि तमिलनाडु के मद्रास हाईकोर्ट के जज जीआर स्वामीनाथन को हटाने हिन्दू विरोधी डीएम के महान कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी ने महाभियोग के नोटिस पर हस्ताक्षर कर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपा है।
ज्ञात हो कि सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में स्थित दीप स्तंभ पर प्रशासन को दीप जलाने की आदेश पारित किया, जो पिछले कुछ सालों से बंद कर दिया गया था। ज्ञात हो कि
इस प्राचीन मंदिर में दीप जलाने की प्रक्रिया सतत चल रही थी, लेकिन मुस्लिम समाज ने उसके नजदीक दरगाह स्थापित किया, जिस हिंदू विरोधी शासन तमिलनाडु के डीएम के सरकार ने बंद कर दिया था। हिंदू मतालंबियों ने न्यायालय में वाद प्रस्तुत कर अपने धार्मिक अधिकारों की रक्षा के लिए निवेदन किया था।
हाईकोर्ट के जज जीआर स्वामीनाथन ने इस पर दीप जलाने की पक्ष में अपना फैसला सुनाया। फैसला में यह भी कहा गया कि मुस्लिम भाइयों के अधिकार का दीप जलाने से कोई हनन नहीं होगा, लेकिन घोर हिंदू विरोधी डीएम के सरकार हिंदू विरोधी और मुस्लिम पक्षधर कांग्रेस और समाजवादी पार्टियों ने कोर्ट के फैसले देने वाले जज स्वामीनाथन के खिलाफ लोकसभा में महाभियोग लाकर हटाने की मुहिम अपनाया है।
अशोक चौधरी ने कहा कि तमिलनाडु में हिंदुओं का जीना उतना ही दूभर हो गया है। जितना पाकिस्तान में है, हिंदू भाई जागो और अपने इस जज स्वामीनाथन के पक्ष में खड़े होकर भारत में हिंदुओं की रक्षा के लिए सामने आए। डीएमके कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के इस कार्य के लिए घोर निंदा किया जाना आवश्यक है। डीएमके कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का यह कृत्य न्यायाधीश स्वामीनाथन और उनके माध्यम से अन्य न्यायाधीशों को धमकाने वाली प्रक्रिया है, क्योंकि यदि फैसले से असहमति थी तो सुप्रीमकोर्ट जाना चाहिए था। महाभियोग लगाना समझ से बाहर हैं।


