राजनांदगांव

शेयर ट्रेडिंग ठगी का दो अन्य आरोपी ओडिशा से गिरफ्तार
04-Dec-2025 3:20 PM
शेयर ट्रेडिंग ठगी का दो अन्य आरोपी ओडिशा से गिरफ्तार

 पूर्व में 3 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 4 दिसंबर। सवा करोड़ की शेयर टे्रडिंग ठगी का पर्दाफाश कर पुलिस ने 2 अन्य आरोपियों को ओडिशा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने साइबर ठगी का जाल तोड़ते अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूर्व में 3 आरोपियों को पुलि ने मध्यप्रदेश के सिहार व इंदौर क्षेत्र से धर दबोचा गया था। पुलिस का कहना है कि अब म्यूल एकांट प्रोवाईडर के साथ-साथ खाता धारकों एवं बैंक खाता एकत्रित कर फ्राडस्टर को म्यूल खाता व सिम प्रदान करने वाले एजेंटों और फ्रॉड का रकम निकालने वालों पर भी कार्रवाई होगी।

मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र में शेयर ट्रेडिंग का मामला पुलिस के संज्ञान में आने पर सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार एवं कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक नंदकिशोर गौतम के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर जल्द से जल्द आरोपियों की पतातलाश करने हेतु निर्देश दिया गया। सायबर सेल द्वारा प्रार्थियों के बैंक मनीट्रेल और आरोपियों के बैंक डिटेल व अन्य तकनीकी मदद से जानकारी इक_ा कर मध्यप्रदेश के सिहोर और इंदौर रवाना हुए और 3 आरोपियों को हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया।

पूछताछ पश्चात 29 नवंबर को उन्हें गिरफ्तार किया और उनके पास से जब्त बैंक खाता, मोबाइल फोन आदि डाटा विश्लेषण एवं पूछताछ पर पता चला कि इसके तार ओडिशा से जुड़े हैं। विनय पम्मार के नेतृत्व में ओडिशा के लिए टीम रवाना हुई। भुवनेश्वर ओडिशा में उक्त मामले में संलिप्त 2 आरोपियों  धर्मेन्द्र कुमार 36 वर्ष निवासी हरदेव नगर जरोदा उत्तर दिल्ली और राजेश मंडल 30 वर्ष निवासी ग्राम खमरबाद जिला देवघर झारखंड को हिरासत में लेकर राजनंादगांव में गिरफ्तार किया गया।

इस तरह दिया लालच

मिली जानकारी के अनुसार साइबर ठगों द्वारा स्वयं को फारेक्स/ऑनलाइन ट्रेडिंग विशेषज्ञ बताकर प्रार्थी को रुपए दोगुना करने का लालच दिया। इन्वेस्टमेंट के लिए व्हाट्सअप के माध्यम से फर्जी वेबसाईट लिंक भेजकर उस प्लेटफार्म पर फर्जी तरीके से शुरूआत में छोटा मुनाफा 15 हजार रुपए प्रार्थी के एकाउंट में ट्रांसफर किए। इस तरह प्रार्थी को भरोसे में लिया और बड़े निवेश में ज्यादा फायदा देने की बात कहकर कुल एक करोड़ 21 लाख 53 हजार 590 रुपए विभिन्न खातों में जमा कराए। ठगों ने कमीशन और निवेश के नाम पर लगातार पैसे मांगे।

बढ़े हुए रकम को प्रार्थी द्वारा विथड्रॉ करने की बात करने पर ठगों द्वारा बहाना करने पर प्रार्थी को ठगी का अहसास हुआ, फिर प्रार्थी ने साइबर हेल्पलाइन 1930 व थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर साइबर सेल व थाना कोतवाली की टीम ने जांच कर मध्यप्रदेश के सिहोर व इंदौर में दबिश देकर आरोपी धीरज सिंग 34 वर्ष निवासी अंजनी नगरए काजीखेड़ी मप्र, अरविंद्र ठाकुर  30 वर्ष निवासी मुकाती कॉलोनी बैंग ऑ बड़ोदा के पास कनौद रोड़ थाना आष्टा जिला सिहौर और डिम्पल सिंह यादव 22 वर्ष निवासी भिंडावास जिला झज्जर थाना छुछकवास को 29 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।  मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीम भुवनेश्वर ओडिसा रवाना हुई, जहां से 2 आरोपी  धर्मेन्द्र कुमार और राजेश मंडल को भुवनेश्वर ओडिसा से गिरफ्तार किया गया।

बैंक खाता की व्यवस्था करते थे आरोपी

गिरफ्तार आरोपी धर्मेन्द्र व उसका साथी राजेश मंडल विदेशों में स्थित स्कैम सेंटर के लिए बैंक खाता की व्यवस्था करते थे एवं बैंक खाता उपलब्ध होने पर साईबर ठग गिरोह के सदस्यों के कहने पर देश के विभिन्न जगहों जैसे कोलकाता, बैंगलोर, ओडिसा जाकर कमीशन में लेयर-01 का बैंक खाता खरीदकर उन बैंक खाता को स्कैम सेंटर तक पहुंचाने खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल में एपीके एप्प इंस्टाल कर अपने पास रखते थे, ताकि उस बैंक खाते को उनके साथी जो कि विदेशों में बैठकर साईबर ठगी करते है, के पास पहुंच सके।

एपीके एप्प इंस्टाल करते ही खाता से संबंधित ओटीपी, मैसेज सीधे साईबर ठग तक पहुंच जाती थी और ठगी का पैसा उन बैंक खाता में प्राप्त कर अन्यत्र लेनदेन करते हैं। इसके अलावा गिरफ्तार दोनो आरोपियों द्वारा खाता धारक को अपने पास किसी होटल में रखकर उनके खाता में पूरे ट्रांजेक्शन के दौरान खाताधारक की निगरानी करते थे, ताकि खाताधारक ठगी का पैसा निकाल न सके। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपी खाता का एटीएम कार्ड व चेकबुक अपने पास रखते थे। गिरफ्तार आरोपियों को प्रति बैंक खाते कमीशन 20-25 हजार रुपए क्रिप्टो यूएसडीटी के रूप में मिलता था।


अन्य पोस्ट