राजनांदगांव

आरोपी की निशानदेही पर बांस का डंडा जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 मई। डोंगरगढ़ के कंडरापारा इलाके में एक युवक की डंडा मारकर हत्या करने के मामले की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली। घटना के बाद आरोपी दो दिन तक जंगल में छुपा रहा। पुलिस ने आरोपी को अरोरा मिल के सामने अटल आवास डोंगरगढ़ में जाकर घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी से घटना में प्रयुक्त डंडा को जब्त कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार 4 मई को प्रार्थी मिथुन यादव ने डोंगरगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह अपने दोस्त मृतक संजय उईके के साथ बाजार मछली लेने गया था। इसके बाद मिथनु, शंकर व मृतक संजय कंडरापारा गुटखा खाने जा रहे थे, तभी सतीश कुरसुंघे के घर के पास से गुजरे तो मृतक संजय व राहुल वरकडे भी बैठा था। सतीश बोला कि तेरे को सुबह बांस लेने उठाते हैं तो तू क्यों नहीं उठता है, तब सतीश गुस्से में गाली दिया, अब देखता हूं, तब राहुल गोली ने से मना किया। इसके बाद हम तीनों मुकुद के घर के पास मोड़ पर पहुंचे थे कि रात्रि करीबन 9 बजे सतीश अपने हाथ में डंडा पकडक़र आया और अचानक तू ज्यादा होशियार मत बन कहकर डंडे से संजय उईके के बांये गर्दन में जोरदार डंडा से वार कर दिया और मौके पर वह बेहोश हो गया। जिसके बाद मिथुन यादव बोला क्यों मार रहा है, बोलने पर थोड़ी दूर ले जाकर डंडा से मिथुन के बांये पैर में जोरदार वार कर दिया। जिससे मिथुन के घुटने में सूजन हो गया। इसके बाद संजय को मौके पर हास्पिटल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित किया गया।
प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना डोंगरगढ़ में अपराध क्रमांक 195/2025 धारा 103(1) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। डोंगरगढ़ पुलिस एवं सायबर सेल टीम द्वारा अरोरा मिल के सामने अटल आवास डोंगरगढ़ में आरोपी के छुपा होने की जानकारी मिलने पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। थाना में आरोपी से घटना में प्रयुक्त डंडा के बारे में पूछने पर बताया कि अरोरा मिल के सामने अटल अवास से बांस का डंडा को पुलिस द्वारा जब्त किया गया।