राजनांदगांव

राजनांदगांव, 2 अप्रैल। पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने अवैध शराब के मामले में नकली होलोग्राम एवं स्टीकर की ईओडब्ल्यू से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के भ्रष्ट अधिकारी की भूमिका का खुलासा करें।
पूर्व पार्षद श्री ओस्तवाल ने ईओडब्ल्यू एवं प्रधानमंत्री कार्यालय से आग्रह किया है कि इस अवैधशराब के मामले एवं नकली होलोग्राम व स्टीकर आदि के इस मामले को शासन हित में गंभीरता से लेते पूरे मामले की जांच निष्पक्ष करवाकर सभी दोषी शराब विक्रेताओं एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों आदि जिन विभाग प्रमुख अधिकारियों की मिलीभगत और संरक्षण के चलते शासन को वित्तीय हानि पहुंचाई गई है, ऐसे दोषियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाकर त्वरित कार्रवाई की जाए। श्री ओस्तवाल ने कहा कि एक ओर छग की पूर्व कांग्रेस सरकार के शासनकाल के शराब घोटाला एवं नकली होलोग्राम के मामले की जांच जारी है। जिसमें कई नेता एवं प्रशासनिक अधिकारी उसकी लपेट में है और कई जेल में है, ठीक उसी तरह का यह भी मामला सामने गत् दिनों आया है। सुशासन की बात करने वाले भाजपा नेताओं को समझ लेना चाहिए कि शराब को बढ़ावा देने से सुशासन कभी नहीं आ सकता। चंद भाजपा नेताओं और आबकारी विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के घर में सुशासन आ सकता है, इसलिए श्री ओस्तवाल ने कहा कि अवैध शराब में नकली होलोग्राम और स्टीकर के मामले में आबकारी विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों आदि संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर जेल में भेजा जाए, तब सुशासन की संभावना है।