राजनांदगांव
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पं. प्रदीप मिश्रा के शिवपुराण कथा से गौरवपथ आवाजाही में लगी रोक से विद्यार्थियों की बढ़ी दिक्कतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 अगस्त। कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा के लिए पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर आडिटोरियम पहुंच मार्ग गौरवपथ पर आवाजाही के लिए लगी प्रतिबंध ने विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ा दी है।
गौरवपथ में तीन बड़े शैक्षणिक संस्थान संचालित है। जिसमें विज्ञान महाविद्यालय, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्कूल एवं गुजराती स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा गौरवपथ में ही जिला चिकित्सालय भी स्थित है। ऐसे में विद्यार्थियों के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति में मरीजों को भटकना पड़ रहा है।
जिला प्रशासन ने आनन-फानन में पं. प्रदीप मिश्रा के कथा वाचन के लिए ऑडिटोरियम को सौंप दिया है। दो से 8 अगस्त तक प्रतिदिन दोपहर 2 से 4 बजे तक आडिटोरियम में शिवपुराण की कथा सुनाएंगे। कथा के पहले दिन कॉलेज और स्कूल के विद्यार्थियों को सुरक्षा से गुजरना पड़ा।
बताया जा रहा है कि कथा वाचन के लिए ऑडिटोरियम को उपलब्ध कराना लोगों को नामुनासिब लग रहा है। शैक्षणिक गतिविधियां धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। इस बीच कथा वाचन के लिए आडिटोरियम को आयोजन समिति को सौंप दिया गया है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि आयोजन को लेकर किसी भी तरह प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। यानी आनन-फानन में प्रशासन ने राजनीतिक दबाव के चलते आयोजन की मंजूरी दे दी। इसके अलावा दिग्विजय स्टेडियम चौक से लेकर बसंतपुर तक सुरक्षा बेरिकेड्स लगाए गए हैं। कमला कॉलेज से कौरिनभाटा चौक को कथा के समय 2 घंटे के लिए वन-वे बना दिया जाता है। साथ ही गौरवपथ के प्रवेश मार्ग को पूर्ण रूप से बेरिकेड््स के जरिये घेर दिया गया है। इस अव्यवस्था से सर्वाधिक शैक्षणिक संस्थानों का कामकाज प्रभावित हुआ है। विज्ञान महाविद्यालय, गुजराती स्कूल और बख्शी स्कूल में विद्यार्थियों को पुलिस के सवाल-जवाब के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि गौरवपथ में आवाजाही रोकने के कारण राजीव नगर का एक हिस्सा भी प्रभावित हो रहा है। एक बड़ी आबादी इस रास्ते से शहर और अन्य मार्गों के लिए रूख करती है। आने वाले दिनों में और भी दिक्कतें बढ़ेंगी।
लोगों का कहना है कि राजीव नगर के बाशिंदों को आवश्यक काम के लिए दूसरे रास्तों से गुजरना पड़ रहा है। बहरहाल पं. प्रदीप मिश्रा के कथा वाचन के कारण गौरवपथ मार्ग पूरी तरह से प्रशासन के कब्जे में है। 8 अगस्त तक लोगों को इस रास्ते से गुजरने के लिए पुलिस की जांच से गुजरना पड़ेगा।