राजनांदगांव

पाकेटमार गिरोह को पुलिस ने भेजा जेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जून।खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में अंतरराष्ट्रीय कथावाचक प्रदीप मिश्रा का शिव महापुराण कथा जारी है। कथा सुनने लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कथा स्थल में तैनात पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को कथावाचक पं. मिश्रा ने साधुवाद दिया। कथा सुनने लाखों की संख्या में श्रद्धालु केसीजी जिले में पहुंच रहे हैं। लाखों की भीड़ को देखते पुलिस मुस्तैदी से पुलिसिंग कर रही है। चोर, पाकेटमारों एवं वाहन पार्किंग पर पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है। इसके अलावा महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किया गया। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग तरीकों से डायवर्टेट रोड मैप बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार केसीजी जिले में 18 जून से चल रहे अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा का शिव महापुराण कथा जिसका कथा स्थल मुख्य मार्ग से रहवासी इलाके से होते हुए गोडवाना मैदान पंडरिया में आयोजित हो रहा है। जिसमें कथास्थल तक जाने एक ही रास्ता है एवं कथा सुनने लाखों की संख्या में श्रद्धालुगण पहुंच रहे है, जिसे देखते केसीजी एसपी त्रिलोक बंसल, एएसपी नेहा पांडे के निर्देशन में सुरक्षा व्यवस्था के लिए केसीजी एवं राज्य के अन्य जिलों से आए पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी कथा पंडाल के अलावा अलग-अलग जगहों पर लगाया गया है। श्रद्धालुओं के साथ अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए अलग से सायबर टीम को भी तैनात किया गया है। जिसके कारण दो दिन आदतन बदमाश, पाकेटमार गिरोह के सदस्य जो पाकेटमारी की घटना घटित कर रहे थे। जिसमें 4 महिला एवं एक पुरूष को पकडक़र जेल भेजा गया है।
पुलिस विभाग की सुगम सुरक्षित यातायात व्यवस्था व अन्य ड्यूटी को देखते 20 जून को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. मिश्रा शिव महापुराण कथा के दौरान अपने श्रीमुख से जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अति. पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी, नगर निरीक्षक एवं ड्यूटी पर तैनात समस्त पुलिस विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारी का साधुवाद देते कथा सुनने आए श्रद्धालुओं को बताया कि पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा कैसे एक ही रोड पर यातायात व्यवस्था को कंट्रोल कर आने-जाने का रास्ता बनाकर गाडिय़ों को व्यवस्थित ढंग से खड़ी कराकर श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए रास्ता बनाए है। धूप-बरसात में भी खड़े होकर पूरी निष्ठा से ड्यूटी कर रहे हैं। इस संबंध में सभी अधिकारी-कर्मचारी का प्रशंसा करते साधुवाद दिए हैं।