राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 मई। मौसमी फलों में शुमार जामुन की खेप स्थानीय बाजार में पहुंच गई है। जामुन के शौकिन इसकी खरीदी करने भी पहुंचने लगे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जामुन औषधि गुणों से भरपूर होता है। इसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। प्राकृतिक रूप से यह क्षारीय और कसैला होता है एवं स्वाद में मीठा होता है। क्षारीय प्रकृति के कारण समान्यता इसे नमक के साथ खाने पर यह और भी स्वादिष्ट होता है। इसे गांव तथा जंगलों के लोग इसे चाव से खाते हैं।
बताया जाता है कि जामुन के पेड़ पर मई के महीने में फल लगना शुरू होते हैं और जून में पक जाते हैं। पकने से पहले इस फल का रंग हरा होता है, लेकिन पकने के बाद यह नीला तथा काले रंग का होता है।
मिली जानकारी के अनुसार चिरईजाम से कान दर्द, ब्लड शुगर, मुंह में छाले आदि की दवाईयां भी बनाई जाती है। बाजार में 140 रुपए के दाम पर बिक्री के लिए जामुन पहुंच गई है। हालांकि शुरूआत में इसकी आवक कम होने से इसके दाम बढ़े हुए हैं। वहीं आवक बढऩे के साथ ही इसके दाम में गिरावट आने की संभावना है।