राजनांदगांव

राजनांदगांव, 26 मई। खैरागढ़ शहर में शनिवार की सुबह एक ठेका मजदूर की करंट लगने से मौत हो गई। इस मामले में अब विद्युत विभाग और ठेकेदार एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को विद्युत विभाग में ठेका श्रमिक के तौर पर कार्यरत एक कर्मी संतोष मंडावी स्थानीय न्यायालय के सामने एक खंभे पर चढ़ा हुआ था। ट्रांसफार्मर हटाने के लिए पोल पर चढ़े श्रमिक को करंट प्रवाह बंद होने की जानकारी दी गई थी, लेकिन जैसे ही वह खंभे पर चढ़ा, उसे जोरदार बिजली का झटका लगा। जिससे वह नीचे गिर गया। आनन-फानन में उसे अन्य विद्युत कर्मचारियों ने सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि विद्युत प्रवाह को रोके बगैर बिना सुरक्षा मानकों के श्रमिक को पोल में चढ़ाया गया। अब ठेकेदार अजय गजेन्द्र और एई संदीप सोनी एक-दूसरे को घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
एई का कहना है कि कई बार रिटर्न करंट आ जाता है। यही संतोष मंडावी के साथ हुए हादसे की वजह है। उधर ठेकेदार ने दावा किया है कि अधिकारियों के निर्देश के कारण श्रमिक को भेजा गया था। यह काम बिना वर्क आर्डर के हो रहा था।
इस संबंध में मुख्य अभियंता टीके मेश्राम ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मामले की जांच की जा रही है। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच गातापार जंगल के सिवनी क्षेत्र के रहने वाले संतोष मंडावी के निधन की खबर से समाज उद्धेलित हो गया है। आदिवासी समाज ने तत्काल दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने की भी मांग की जा रही है।