राजनांदगांव

रक्त जांच में 4 के नमूने आए पॉजिटिव, मेडिकल कॉलेज में उपचार
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। सोमनी क्षेत्र के टेडेसरा गांव में डेंगू की बीमारी ने ग्रामीणों को चपेटे में ले लिया है। डेंगू के पैर पसारने से पूरे गांव में स्वास्थ्य अमले की ओर से सर्वे किया जा रहा है। शुरूआत में 4 मरीजों के सामने आने के बाद उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में सभी को दाखिल किया गया है। डेंगू पॉजिटिव की संख्या फिलहाल 8 से 9 है। जिसमें एक मरीज की स्थिति गंभीर है।
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य अमले को सख्त हिदायत के साथ सर्वे की जिम्मेदारी दी गई है। ग्रामीणों को डेंगू से बचने के उपाय के साथ-साथ दवाईयां भी दी जा रही है। सीएमएचओ डॉ. एके बसोड स्वयं मोर्चा सम्हाले हुए हैं। सोमनी और आसपास के स्वास्थ्य कर्मियों को गांव में तैनात किया गया है।
सर्वे कर रही टीम की सलाह पर बीमार ग्रामीणों को उपचार के लिए सोमनी और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में भेजा जा रहा है। बरसात के शुरूआती सीजन में डेंगू के कहर से गांव में दहशत भी बन गई है। तीन दिनों से हर घर को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी सर्वे के तहत खंगाला है। बताया जा रहा है कि बुखार पीडि़तों की जांच के बाद ज्यादातर नमूने पॉजिटिव आए हैं। मेडिकल कॉलेज में 4 मरीजों का उपचार चल रहा है। जिसमें एक की हालत गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को कूलर, गमले और अन्य स्थानों से जमा पानी को तत्काल फेंकने की सलाह दी है। माना जाता है कि ठहरे हुए पानी में ही मच्छर पनपते हैं। जिससे डेंगू बीमारी का खतरा बना रहता है। गांवों में सार्वजनिक हिस्से में भी पानी भराव की स्थिति को खत्म किया गया है। डोर-टू-डोर सर्वे में कुछ नए मामले सामने आए हैं।
ताजा भोजन और खूब पानी पीने की सलाह- डॉ. प्रकाश खुंटे
मेडिकल कॉलेज में डेंगू मरीजों का उपचार कर रहे एमडी डॉ. प्रकाश खुंटे ने बीमारी से बचने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। उनका मानना है कि ताजा भोजन और खूब पानी पीने से डेंगू से निपटने में शरीर की क्षमता बढ़ती है। उन्होंने सावधानी बरतते हुए लोगों से कहा कि लगातार बुखार आने पर फौरन नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों अथवा मेडिकल कॉलेज में जांच कराएं। डेंगू एक खतरनाक स्तर पर पहुंचने से जानलेवा साबित हो सकता है। उनका कहना है कि शरीर में प्लेसलेट कम होने से रक्तचाप गिरता है। वहीं आक्सीजन की भी कमी होती है, इसलिए जरूरी है कि सतर्कतापूर्वक इसका इलाज कराया जाए।