राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जून। महापौर हेमा देशमख ने निगम सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में 4 स्थानों पर बर्तन बैंक संचालित करने दीदी बर्तन बैंक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता सहित महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यगण मधुकर वंजारी, सतीश मसीह, भागचंद साहू, विनय झा, दुलारीबाई साहू, गणेश पवार, बैनाबाई टुरहाटे उपस्थित थे।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को कम करना शहरी प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है, इसी कड़ी में पर्यावरण समस्याओं के निराकरण हेतु शासन ने एक अनूठा प्रयोग कर दीदी बर्तन बैंक स्थापित करने की पहल की।
उन्होंने कहा कि बंैक अब महज रूपयों पैसो तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम भी बन रहा है, इसका उदाहरण बर्तन बैक की स्थापना है। चूंकि छोटे छोटे मांगलिक कार्यो में प्लास्टिक एवं थर्माकोल के बर्तन का उपयोग किया जाता है, जिससे पयार्वण को नुकसान होता है, नुकसान से बचने दीदी बर्तन बैक की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि निगम सीमाक्षेत्र में 4 स्थानों जमातपारा, मोतीपुर, गौरीनगर एवं चिखली में महिला स्व सहायता समूह द्वारा बर्तन बैक का संचालन किया जायेगा, जहां जरूरतमंदों को विभिन्न आयोजनों के लिये बाजार मूल्य से कम कीमत पर बर्तन उपलब्ध कराया जायेगा। बर्तन बैंक संचालित करने से महिला समूह स्वावलंबी बन आय अर्जित करेंगे।
आयुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग कम करने व प्रतिबंधित करने शासन मंशानुरूप दीदी बर्तन बैक की स्थापना किया जा रहा है। बर्तन बैंक पर्यावरण को संरक्षित करने मददगार होगा, क्योकि लोगों के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के लिये प्लास्टिक एवं थर्माकोल के बर्तन क्रय किया जाता है, उसके स्थान पर अब वे कम कीमत में बर्तन किराये पर लेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक तौर पर शहर में 4 स्थानों पर दीदी बर्तन बैंक संचालित करने जमातपारा के गौरीमाता स्व सहायता समूह को, मोतीपुर के गंगा महिला स्व सहायता समूह को, गौरीनगर के आस्था स्व सहायता समूह को एवं चिखली की दीदी स्व सहायता समूह को बर्तन उपलब्ध कराया गया है। जिनके द्वारा शासन नियमानुसार जरूरतमंदों को बर्तन किराये पर दिया जायेगा। इस अवसर पर सिटी मिशन प्रबंधक रामकुमार कश्यप, पीआईयू देवेश साहू व कीर्तन साहू सहित निगम का अमला उपस्थित था।