राजनांदगांव

तीन साल बाद चोरों ने फिर तोड़े ताले, पुरानी चोरी के मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जुलाई । शहर से सटे पेंड्री में 8वीं बटालियन के कैम्पस में अज्ञात चोरों ने एक बार फिर हाथ साफ किया है। अज्ञात चोरों ने नक्सल क्षेत्रों में तैनात जवानों के घरों में तीन साल बाद फिर से सेंध लगाया है। पुलिस के लिए यह बड़ा सवाल है कि अति सुरक्षा वाले कैम्पस में चोर कैसे फिर से दाखिल हुए। सीसीटीवी फुटेज में दो नकाबपोश दिखाई दिए हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस अज्ञात चोरों तक पहुंचने का दावा कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कैम्पस के 5 घरों में चोरों ने शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात को धावा बोल दिया। 2 से 4 बजे के बीच चोरों ने जवानों के रहवास पर घुसकर नगद और ज्वेलरी की चोरी की है। सीसीटीवी कैमरे में दो नकाबपोश चोरी के बाद आराम से जाते हुए कैद हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों नकाबपोश ने अलग-अलग मकानों के ताले तोड़े हैं। इसके लिए बड़े और मजबूत ब्लेड का इस्तेमाल किया गया है।
एक जानकारी के मुताबिक दो मकानों में 25 हजार नगद और सोने-चांदी के जेवरात अज्ञात चोर अपने साथ ले गए। वहीं एक मकान में चोरों की आवाज सुनाई देने के बाद महिला ने शोर मचाया, तब तक चोरों ने अन्य मकानों में अपना काम कर लिया था। शोर मचाने के कारण चोर वहां से रफूचक्कर हो गए। यहां यह बता दें कि 2022 में चोरों के एक दल ने इसी कैम्पस में 22 से ज्यादा मकानों में चोरी की थी। इस घटना की अब तक गुत्थी नहीं सुलझी है। ऐसे में तीन साल बाद चोरों ने कैम्पस को फिर निशाना बनाया है। 8वीं बटालियन के जवान नक्सल इलाकों में तैनात हैं। 2022 में 30 लाख रुपए से ज्यादा के जेवरात की चोरी हुई थी। पुलिस इस मामले को लेकर चोरों के जल्द गिरफ्त में आने का दावा करती रही है। अब कैम्पस में हुए नई चोरी की वारदात ने पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़े कर दिया। हालांकि आला अफसरों ने पेट्रोलिंग टीम पर कोताही बरतने पर 4 जवानों को सस्पेंड किया है। 8वीं बटालियन में आम लोगों का दाखिला आसान नहीं है। कड़ी सुरक्षा वाले इस कैम्पस में चोरों ने जिस तरह से सुरक्षा घेरे को पार कर घटना को अंजाम दिया है। वह पुलिस की साख को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है।