राजनांदगांव
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नांदगांव पहुंच शासन की योजनाओं की ली जानकारी
राजनांदगांव, 15 जून। किसानों के विकास को लेकर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार जिन योजनाओं को लेकर आई है। जिसमें समृद्धि और किसानों की खुशहाली निहित है, यह एक ऐसा मॉडल है, जिसे भूपेश मॉडल के रूप में देशभर में जाना और पहचाना जा रहा है। छत्तीसगढ़ में संचालित भूपेश बघेल सरकार की कार्य योजनाओं को जानने तेलंगाना के 119 विधानसभा क्षेत्रों और 32 जिलों से लगभग 400 किसान राजनांदगांव पहुंचे। शहर के एक निजी होटल में जिला केंद्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान के कुशल नेतृत्व में विशाल किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया है। यहां वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों पर दिए गए बयान की पड़ताल कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ में किसानों की स्थिति से स्वयं रूबरू हो रहे हैं। तेलंगाना राज्य से लगभग 400 की संख्या में पहुंचे किसानों ने यहां गोबर खरीदी, गौठान निर्माण और किसानों के लिए चलाए जा रहे सभी योजनाओं का प्रत्यक्ष अध्ययन किया और यह जाना कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार किसान हित में बेहतर कार्य कर रही है।
दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जाकर देखो वहां छत्तीसगढ़ के किसान खुशहाल नहीं है। वहां किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है और किसानों से महज 12 क्विंटल धान लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री की इस बात की चुनौती तेलंगाना के समाजसेवी तीनमार मल्न्न ने स्वीकार करते छत्तीसगढ़ की जमीनी हकीकत जानने की ठानी और तेलंगाना के सभी 119 विधानसभा से 400 किसानों को छत्तीसगढ़ भ्रमण कराकर किसानों की स्थिति जानने तैयार किया और किसानों के साथ वह छत्तीसगढ़ पहुंचे। वहीं किसानों से सीधे चर्चा कर कर्जा माफी सहित अन्य शासकीय योजनाओं के लाभ संबंध में जानकारी ली। जिला केंद्रीय सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने बताया कि तेलंगाना के किसान छत्तीसगढ़ के मॉडल भूपेश मॉडल को देखने आए हैं। दरअसल तेलंगाना के सीएम और उनके पुत्र ने अलग-अलग सभाओं में कई बार यह बयान दिया कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों के हित में काम नहीं कर रही है। किसानों से न्याय नहीं कर रही है। किसान वहां परेशान है। वहां की प्रेस और कुछ सोशल एक्टिविस्ट ने छत्तीसगढ़ के मॉडल का अध्ययन किया और उन्होंने यह महसूस किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के सीएम के बारे में झूठ बोल रहे हैं, इसलिए तेलंगाना के 119 विधानसभा क्षेत्रों से और 32 जिलों से लगभग 400 किसानों के डेलीगेशन को छत्तीसगढ़ आया है। यह देखने कि वास्तविकता क्या है, वास्तव में गोधन या योजना में किसानों को न्याय मिल रहा है कि नहीं, नरवा गरवा घुरवा बाड़ी की योजना सफल है या नहीं।
तेलंगाना के किसानों ने की भूपेश मॉडल की प्रशंसा
तेलंगाना राज्य से पहुंचे किसानों का जत्था जिसमें महिला पुरुष बड़ी संख्या में मौजूद थे, जिनमें तेलंगाना राज्य के कई विधानसभाओं से प्रतिनिधित्व करने और छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की किसानों के हितार्थ बने मॉडल को देखने पहुंचे। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के समृद्धि किसानों के प्रति भूपेश सरकार के किए गए कामों की जोरदार प्रशंसा की। अन्य राज्य से पहुंचे किसानों के लिए छत्तीसगढ़ राज्य की योजनाएं विकास के मॉडल के रूप में अपने राज्य में चाह रहे हैं। निश्चित रूप से यह एक बड़ा परिवर्तन होगा, जब छत्तीसगढ़ राज्य के मॉडल को अन्य राज्य के किसान सफूर्त उसकी मांग और विकास के अनुरूप चाहत भी रखते हो।
छत्तीसगढ़ मॉडल लागू कराने तेलंगाना के किसान करेंगे आंदोलन
तेलंगाना के संगठन तीनमार मौलाना के अध्यक्ष ने किसानों के सभा को संबोधित करते छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव की भूमि से तेलंगाना में भूपेश मॉडल को लागू कराने आंदोलन करने का आह्वान आए हुए किसानों ने एक स्वर से अपने नेता का समर्थन किया। किसान नेता ने राजनांदगांव जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान के किसानों के प्रति किए जा रहे कार्यों को लेकर भी बड़ी प्रशंसा की और उन्होंने कहा है कि जिस प्रदेश कब मुखिया किसानों के विकास और समृद्धि के बारे में सोचता है, निश्चित रूप से उनसे जुड़े सारे लोग उनके कल्पना को साकार करने जमीन पर उतर जाते हैं। नवाज खान भी उनमें से एक है, जो मुख्यमंत्री के कल्पना को साकार करने किसानों के विकास को लेकर तत्पर दिखाई देते हैं ऐसा उन्होंने सुना है, आज इस सभा के माध्यम से यह देख भी लिया।
किसानों की सभा को बैजनाथ चंद्राकर अध्यक्ष अपेक्स बैंक ने संबोधित किया। कार्यक्रम में गोवर्धन देशमुख, राजकुमारी सिन्हा, अंगेश्वर देशमुख, प्रभा साहू, भावेश सिंह, सुदेश मेश्राम, उमा महेश, पुष्पा वर्मा, कांति भंडारी, प्रभा साहू, सुदेश मेश्राम, नरेश शुक्ला, नरेंद्र वर्मा, चुम्मन साहू, रवि साहू, सुनील लारोकर, कमलेश वर्मा, लादूराम तुमरेकी और बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ किसानों की भी काफी संख्या में उपस्थिति रही।