राजनांदगांव
सरई-साल के पेड़ों से लदे चिल्फी में सूर्य के तेवर कमजोर
18-May-2023 11:48 AM

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'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मई। सरई-साल के पेड़ों से लदे कवर्धा के आखिरी छोर में बसे चिल्फी में सूर्य के तेवर बेअसर साबित हो रहे हैं। प्रदेश का मैदानी इलाका लू के थपेड़ों की मार झेल रहा है। प्राकृतिक खूबसूरती के लिए खास अहमियत रखने वाले चिल्फी में दिन और रात के तापमान मैदानी क्षेत्रों की तुलना में कहीं कम है। रात को अब भी ठंडकता का सुखद अहसास हो रहा है। दिन के पारा को चढऩे में रोकने के लिए साल के जंगलों की एक बड़ी भूमिका है। चिल्फी की वादियां इन जंगलों के कारण लोगों का ध्यान सालों से खींचती रही है। 42-44 डिग्री तापमान को झेल रहे छत्तीसगढ़ के दूसरे हिस्से से परे चिल्फी में रात का वक्त ठंडे माहौल में गुजर रहा है। (तस्वीर/'छत्तीसगढ़'/अभिषेक यादव)
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