राजनांदगांव

अप्रैल में झुलसा रही गर्मी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में पड़ रही तेज गर्मी के लिहाज से गुरुवार को हवा में नमी के असर से सूर्य के तीखे तेवर कमजोर पड़े। लिहाजा आज पूरे दिन अन्य दिनों की तुलना में भीषण गर्मी से लोगों को मामूली राहत मिली। अप्रैल में पड़ रही रिकार्डतोड़ गर्मी ने लोगों को बदहवास कर दिया है। जबकि मई और जून के महीना अभी बाकी है। यानी अगले 50 से 60 दिनों में गर्मी अपने उग्र असर से लोगों का जीना मुहाल कर सकती है। अप्रैल में गर्मी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। बीते तीन-चार दिनों से तापमान 42 से 44 डिग्री तक टिका हुआ है। बंगाल की खाड़ी से आ रही हवाओं ने आज लोगों को काफी हद तक गर्मी से राहत दी।
बताया जा रहा है कि नमीयुक्त हवाओं ने लू की बनती स्थिति को थोड़ा कमजोर किया है। बीते सप्ताहभर से सुबह से लेकर शाम तक का मौसम रिकार्डतोड़ गर्मी के जद में रहा। वहीं रात के तापमान में भी बढ़ोत्तरी हुई। आने वाले दिनों को लेकर लोग गर्मी से निपटने के लिए तरह-तरह के बंदोबस्त कर रहे हैं। घरों में दिन और रात पंखा, कूलर और एसी चल रहे हैं। इस बीच बढ़ते तापमान के साथ ही बिजली की खपत भी बढ़ी है। मेन्टेनेंस के लिए अचानक सप्लाई ठप होने से लोगों को गर्मी से जूझना पड़ रहा है।
आलम यह है कि मौसम के तीखे तेवर के चलते स्कूलों का समय भी बदला गया है। मासूम बच्चों को सबसे ज्यादा गर्म हवाओं के थपेड़ों को झेलना पड़ रहा है। स्कूली बच्चों को सेहतमंद रहने के लिए घर में जलजीरा, लस्सी, छाछ एवं अन्य ठंडे पेय पदार्थ दिए जा रहे हैं। बाजार में भी ठंडे पेय पदार्थ की ग्राहकी बढ़ी है। लस्सी, गन्नारस और अन्य पेयपदार्थ के कारोबारियों के दुकानों में ग्राहकी में तेजी आई है। इस बीच भीषण गर्मी के कारण जमीन का जलस्तर भी नीचे चला गया है। गांवों के तालाब लगभग सूख गए हैं। गांवों में पानी की किल्लत से पेयजल के अलावा निस्तारी की समस्या भी बढ़ी है। बहरहाल आज पारा लुढक़ने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।