राजनांदगांव

नवाज की अगुवाई में किसानों की शिकायत पर पुलिस ने उठाया कदम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। मेढ़ा सोसायटी में केसीसी लोन के नाम पर लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा करने वाले प्रबंधक के खिलाफ पुलिस ने शिकायत के बाद जुर्म दर्ज कर लिया। वहीं सहकारी पंजीयक ने कार्रवाई करते प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। लगभग दर्जनभर किसानों के खाते से केसीसी लोन लेकर प्रबंधक द्वारा लाखों रुपए डकार लिए गए। किसानों इस बात की जानकारी उस वक्त पता चली जब केसीसी लोन लेने के लिए किसानों ने सोसायटी का रूख किया।
डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम पिनकापार निवासी प्रार्थी गौचंद एवं ग्राम धनडोंगरी निवासी गुलाब, बेलदार, बेदूराम, सेवाराम, शत्रुहन, पीलूराम तथा ग्राम पिनकापार निवासी मुकुंद, नंदकुमार, दयालाल व ग्राम मुड़पार निवासी गणपत, मेढ़ा निवासी रतन, ग्राम धनडोंगरी निवासीधुनु, ग्राम धनडोंगरी निवासी शत्रुहन कंवर, ग्राम धनडोंगरी निवासी सालिक कुमार द्वारा थाना डोंगरगढ में देर रात शिकायत करने पर सेवा सहकारी समिति मर्यादित मेढ़ा के कुलदीप विश्वकर्मा के विरूद्ध धोखाधड़ी के मामलों में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 एवं 409 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया गया। संस्था व बैंक द्वारा दी गई जानकारी अनुसार समिति कार्यक्षेत्र के ग्रामों के किसानों के साथ ऋण वितरण में गड़बड़ी समिति प्रबंधक द्वारा की गई है। प्रारंभिक जांच में किसानों को फर्जी तरीके से वितरण ऋण, किसानों से ऋण वसूली किया जाना बाकी है। किसानों द्वारा थाना मे बयान दर्ज कराया गया है कि यह ऋण उन्होंने लिया ही नहीं है ।
मृतक कृषक पुत्र आनंदराम कंवर के पिता भागीरथी कंवर समिति कार्यक्षेत्र के ग्राम खल्लारी के निवासी हैं। इनके द्वारा भी समिति से ऋण लिया जाता रहा है। इस किसान ने वर्ष 2020 में समिति से 2 लाख 50 हजार रुपए ऋण लिया था। जिसकी वसूली के लिए समिति अथवा बैंक शाखा द्वारा कोई मांगपत्र जारी नहीं किया गया था। आरोपी कुलदीप विश्वकर्मा के विरूद्ध प्राप्त शिकायत की जांच की गई। जांच में दोषी पाये जाने पर 12 अप्रैल 2023 को समिति के कर्मचारी सेवा नियम के तहत तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
समिति प्रबंधक द्वारा की गई गड़बड़ी की जांच के लिए सहकारिता विभाग द्वारा विशेष अंकेक्षण कार्य किया जा रहा है। अंकेक्षण प्रतिवेदन में गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल थाना डोंगरगढ में एफआईआर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। समिति कार्यक्षेत्र के अन्य किसान जिनके साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी हुई हो तो, वे थाना डोंगरगढ़ में जाकर अपनी शिकायत लिखवा सकते हैं। जल्द ही खेतों में बुआई एवं खेती किसानी करने का समय आ जाएगा। ऐसी स्थिति में किसानों को खाद, बीज एवं ऋण की आवश्यकता होगी। जिन किसानों का ऋण भुगतान नहीं हुआ है। जिसकी वजह से वे खाद बीज प्राप्त नहीं कर पा रहे है। शीघ्र ही उन किसानों की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। खेती किसानी के कार्यों में किसानों को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।