राजनांदगांव
ईरईखुर्द की वैष्णवी ग्राम संगठन की पूर्व अध्यक्ष का लेखापाल और अन्य पर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 मार्च। ईरईखुर्द के वैष्णवी ग्राम संगठन की पूर्व अध्यक्ष ने अपने ऊपर गबन के झूठे आरोपों को लेकर पक्ष रखते हुए कहा कि पूरा मामला साजिश का हिस्सा है। उन्हें बदनाम करने की नियत से झूठा साबित करने का प्रयास किया जा रहा है।
सोमवार को पत्रकारवार्ता में संगठन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा ने बताया कि बतौर अध्यक्ष 2018-19 तक कार्य किया। अध्यक्ष पद छोडऩे के लगभग 3 वर्ष बाद उन पर एक लाख 89 हजार रुपए घोटाला करने का आरोप लगाया गया है, जो कि सरासर गलत है। पूर्व अध्यक्ष का दावा है कि एक मार्च 2019 को 63 हजार, एक जुलाई 2019 को 38 हजार तथा एक अगस्त 2019 को 21 हजार 600 रुपए देना बताया गया है, जो कि गलत है। पूर्व अध्यक्ष ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर पक्ष रखते हुए कहा कि इस गबन में लेखापाल हेमा वर्मा, कोषाध्यक्ष पूर्णिमा विश्वकर्मा तथा सचिव रश्मि वर्मा शामिल है। तीनों ने राशि में गड़बड़ी की है। इसके लिए साजिश के तहत उन्हें बदनाम किया जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष ने कलेक्टर समेत अन्य अफसरों को पूरे मामले की जानकारी देते हुए लिखित में शिकायत करते दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।


