राजनांदगांव

राजनीति, खेल, शिक्षा और पत्रकारिता में चुनौतियों को पार करने सशक्त बनने पर जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 दिसंबर। साल 2022 में मिली तमाम चुनौतियों को पीछे करते नववर्ष 2023 में राजनीति, गैर राजनीति व अफसरों को हर क्षेत्र में व्यापक पहचान मिलने की उम्मीद है। साल 2022 चुनौतियों से भरा रहा। कोरोना से जंग लड़ते सभी वर्ग के लोग अपने क्षेत्र में स्थापित होने की कोशिश कर रहे हैं। ‘छत्तीसगढ़’ ने 2023 में चुनौतियां और संभावनाओं को लेकर अलग-अलग क्षेत्र के चर्चित लोगों से चर्चा की।
अन्नदाता, युवा व महिला को सशक्त बनाने पर जोर : नवाज
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने 2023 में अन्नदाता, युवा, महिला, मजदूर और अन्य तबके को सशक्त बनाने पर सरकार का प्रयास रहेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन वर्गों से सरोकार नीतियों को अमलीजामा पहनाकर नंबर वन मुख्यमंत्री के रूप में पहचान बनाई। उन्होंने कहा कि नवा छत्तीसगढ़ गढऩे की अवधारणा को दृष्टिगत रखकर नए साल में प्रयास होंगे।
कर्तव्य पथ पर बढ़ते रहेंगे आगे : हेमा
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि जनता के समृद्धशाली जीवन के लिए कर्तव्य पथ पर आगे बढक़र काम होगा। महापौर के रूप में वह प्रयास की गति को आगे बढ़ाकर शहर विकास को अलग पहचान देने की कोशिश भी करेंगी। शहर विकास के मोर्चे पर ऊंचाईयों में पहुंचे ऐसा प्रयास होगा।
2023 छत्तीसगढ़ का भविष्य तय करेगा - मधुसूदन
पूर्व भाजपा सांसद मधुसूदन यादव ने कहा कि 2023 छत्तीसगढ़ का भविष्य तय करेगा। मौजूदा सरकार की भ्रष्ट नीतियों से छत्तीसगढ़ पिछड़े राज्यों की श्रेणी में आ गया है। नए साल के आखिरी महीनों में राज्य की जनता को कांग्रेस सरकार से मुक्ति मिलेगी।
चुनावी मोर्चे पर मिलेगी कामयाबी : रमेश
भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश पटेल ने कहा कि नए साल में भाजपा को चुनावी मोर्चे में जीत मिलेगी। इसके लिए संगठन स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। विधानसभावार बैठकें होंगी। नए साल भाजपा की सफलता के लिए शुभकारी होगा।
सजग रहकर मजबूत करेंगे कानून व्यवस्था - एसपी
राजनांदगांव पुलिस कप्तान प्रफुल्ल ठाकुर ने उम्मीद जताते कहा कि नए वर्ष में सजग रहकर कानून व्यवस्था को मजबूत करने के तहत प्रयास किया जाएगा। पुलिस से आम आदमी का नजदीकी संबंध बढ़ा है। आसानी से अब लोग अपनी समस्याएं पुलिस के समक्ष रखते हैं। नए साल में दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाएगा। पूरी पारदर्शिता और सजगता के मूलमंत्रो के तहत पुलिस कार्य करेगी।
शिक्षा के क्षेत्र में करना होगा चुनौतियों को पार
साइंस कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों को पार करना होगा। इसके लिए शिक्षकों और विद्यार्थियों को संयुक्त करने होंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को आत्मसात करते हुए उपलब्धियां हासिल करनी होगी।
हॉकी से छत्तीसगढ़ को मिलेगी पहचान : फिरोज
प्रदेश हॉकी संघ के अध्यक्ष फिरोज अंसारी ने कहा कि 2022 की तरह 2023 में भी छत्तीसगढ़ को हॉकी खेल में उत्कृष्ट पहचान दिलाने पर पूरा प्रयास किया जाएगा। 2022 में 5 खिलाडिय़ों ने हॉकी के क्षेत्र में अपनी साख स्थापित की। उन्होंने कहा कि नए साल की शुरूआत भारत की सरजमीं पर विश्व हॉकी कप से हो रही है। भारत की मेजबानी में नए साल में दुनियाभर की टीमें उड़ीसा में विश्व कप खेलते नजर आएगी। छत्तीसगढ़ में हॉकी खेल के जरिये खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित करने के साथ आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
सकारात्मक विचारों के साथ बढऩे का साल : सचिन
राजनांदगांव प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन अग्रहरि ने कहा कि नए साल में सकारात्मक विचारों के साथ बढऩा होगा। कोरोना महामारी से निपटने के अलावा सामाजिक, आर्थिक क्षेत्र में भी बेहतर काम करने होंगे । सकारात्मक पहलुओं के साथ सभी को दायित्व निभाना होगा। मीडिया बिरादरी के लिए हमेशा की तरह चुनौतियां रहेंगी। इसकी परवाह किए बगैर सभी को एक ऊर्जा लेकर प्रयास करने होंगे।
आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल से मिली सरकार को विशिष्ट पहचान : डॉ. रूबीना
राज्य हज कमेटी की मेम्बर डॉ. रूबीना अल्वी ने नए साल में छत्तीसगढ़ सरकार के मौजूदा योजनाओं से और पहचान मिलने की उम्मीद जताते कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की योजना कारगर साबित हुई। इससे सरकार की विशिष्ट पहचान बनी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान को संबल मिला है। प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के शुल्क माफ किए गए। महिला स्व-सहायता समूह का कर्ज माफ किया गया। साथ ही सी-मार्ट की स्थापना कर उनके द्वारा बनाए गए सामानों से सफल कारोबार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेलों का आयोजन कर मुख्यमंत्री ने स्थानीय खेलों में जान फूंकने का काम किया। मौजूदा दौर के बच्चों और युवाओं को लोक खेलों के संबंध में सीखने का मौका मिला। 2023 में तमाम योजनाओं और नीतियों के कारण कांग्रेस सरकार की दोबारा ताजपोशी होगी।