राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 अक्टूबर। दिवाली पर्व पर सूर्यग्रहण की छाया पडऩे से त्यौहारी मजा किरकिरा हो सकता है। लक्ष्मी पूजा के अगले दिन परंपरागत गोवर्धन पूजा ग्रहण के चलते एक दिन बाद होगा। यानी मंगलवार के बजाय गोवर्धन पूजा बुधवार को मनाया जाएगा।
बरसों बाद बने संयोग के कारण लक्ष्मी पूजा के दूसरे दिन होने वाले गोवर्धन पूजा के दिन सूर्यग्रहण रहेगा। ऐसे में त्यौहार मनाने को लेकर कुछ लोगों में संशय की स्थिति है। सोमवार को लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त पर होगा। कल धनतेरस पर्व को लेकर बाजार में व्यापक तैयारी की गई है। सराफा, कपड़ा के अलावा बर्तन का व्यवसाय भी दमकेगा।
गोवर्धन पूजा पर कई तरह के परंपरागत आयोजन होते हैं। गांवों में गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का आयोजन किया जाता है। गौधन की इस दिन पूजा-अर्चना होती है। सूर्यग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा मनाए जाने को लेकर ज्यादातर लोग पेशोपेश में है। सूर्यग्रहण के दौरान सूतक लगने से कोई शुभ काम नहीं होंगे। मंदिरों के पट भी बंद रखे जाएंगे। गोवर्धन पूजा मनाने के बाद अगले दिन भाईदूज पर्व मनाया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को शाम 4.51 बजे से 5.29 बजे तक सूर्यग्रहण रहेगा। सूतकाल में पूजा-अर्चना सहित कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं होगा। बताया जा रहा है कि सूर्यग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा दूसरे दिन अर्थात बुधवार को होगी और गुरूवार को भाईदूज पर्व मनाया जाएगा।