राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 अक्टूबर। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने भाजपा द्वारा न्यायालय की अवमानना के लिए आदिवासियों के नाम पर घडिय़ाली आंसू बहाने रूपी चक्काजाम प्रदर्शन को आपराधिक कृत्य करार दिया है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय से भाजपा की आदिवासी विरोधी होने की मानसिकता उजागर हुई है, क्योंकि छग में भाजपा सरकार के कार्यकाल में आदिवासियों को वोट बैंक बनाने आनन-फानन में आरक्षण का निर्णय लिया और जब उस निर्णय के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर हुई तो तत्कालीन भाजपा सरकार ने अपने ही निर्णय की रक्षा नहीं करते न्यायालय के समक्ष तथ्यात्मक एवं दस्तावेज सहित अपनी बातों को नहीं रखने के कारण माननीय उच्च न्यायालय ने प्रकरण में तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज के आधार पर निर्णय पारित किया। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रकरण अंतिम तर्क हेतु नियत था। प्रकरण में प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय से यह साबित हुआ कि भाजपा सरकार की गलतियों के कारण ही सरकार के निर्णय निरस्त किया गया और अब भाजपा अपनी नाकामी को छिपाने भोले-भाले आदिवासियों को बरगलाकर चक्काजाम जैसे अपराधिक कृत्य में झोंकने का काम कर रहे हैं और तो और राष्ट्रीय राजमार्ग को रोकना गंभीर आपराधिक कृत्य है। भाजपाई अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने न्यायालय के चक्कर कटवाकर अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने यह साजिश पूर्ण कार्य कर रहे हैं। भाजपा मुद्दाविहीन तो है ही, अब आदिवासी हित विरोधी भी होकर कार्य कर रही है और कांग्रेस सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू होता देख भाजपा अपने धरातल खिसकने से भयभीत है, क्योंकि न्यायालय के निर्णय के बाद सडक़ की लड़ाई अवमानना की श्रेणी में आने वाला कृत्य है।