राजनांदगांव
.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जून। रानीसागर स्थित नवीन सर्किट हाउस परिसर में निर्माणाधीन नए भवन और एप्रोच रोड की गुणवत्ता को परखने पहुंचे पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता विजय भतप्रहरी निर्माण कार्यों से नाखुश दिखे।
उन्होंने नवीन भवन के लिए बिछाए गए डामरीकरण और पुल की गुणवत्ता को लेकर सख्त नाराजगी जताई। इसके लिए उन्होंने सीधे सब इंजीनियर योगेश शुक्ला को फटकार लगाई। साथ ही उन्हें निलंबित करने के निर्देश दिए।
विजय भतप्रहरी ने पीडब्ल्यूडी के स्थानीय अधिकारियों के कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने सख्त लहजे में पीडब्ल्यूडी ईई डीके नेताम को भी निगरानी नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की। प्रमुख अभियंता ने निर्माण एजेंसी सिंगी कंट्रक्शन को भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया।
जिले के दौरे पर पहुंचे प्रमुख अभियंता ने विभागीय अफसरों की जमकर क्लास लेते गुणवत्ता पर समझौता करने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। जिला मुख्यालय में बढ़ती वीवीआईपी संख्या के मद्देनजर प्रशासन ने सर्किट हाउस की क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त भवन का निर्माण चल रहा है, लेकिन एप्रोच रोड के तय मानक से विपरीत होने पर सब इंजीनियर योगेश शुक्ला को ही सीधे लापरवाह होने पर निलंबित करने का निर्देश दिया गया है।
बताया जा रहा है कि प्रमुख अभियंता इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने वहां मौजूद ईई व एसडीओ को भी कड़ी फटकार लगाई। सिंगी कंट्रक्शन के अधीन हो रहे निर्माण को लेकर उन्होंने कई तरह की खामियां गिनाई।
बताया जा रहा है कि ठेकेदार को उन्होंने एप्रोच रोड के लिए मिट्टी के पटाव, फिलिंग और खराब क्वालिटी के डामर का उपयोग करने पर जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्य करने पर उनके भुगतान रोक दिए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग द्वारा हो रहे निर्माण कार्य को लेकर शिकायतें भी हुई है। पीडब्ल्यूडी ने सडक़ और पुलिया निर्माण के लिए 3 करोड़ का टेंडर जारी किया था। उक्त कार्य सिंगी कंट्रक्शन को दिया गया था।
एक जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ठेकेदार और एसडीओ के बीच कहा-सुनी भी हुई थी। पीडब्ल्यूडी के अफसर ठेकेदार को बार-बार गुणवत्ता से परे कार्य नहीं करने के लिए निर्देशित कर रहे थे, लेकिन ठेकेदार ने अफसरों की नहीं सुनी। आखिरकार लापरवाही के आरोप में प्रमुख अभियंता ने निलंबित कर दिया।