राजनांदगांव

नांदगांव-खैरागढ़ वन मंडल में 46-46 फीसदी तोड़ाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 मई। खैरागढ़-राजनंादगांव वन मंडल में सवा लाख मानक बोरा का लक्ष्य लेकर वन अमला संग्राहकों के जरिये गुणवत्ता से भरपूर तेन्दूपत्ता की तोड़ाई कर रहा है। दोनों वन मंडल में एक मई से तेन्दूपत्ता की तोड़ाई शुरू हो गई है। राजनांदगांव और खैरागढ़ वन क्षेत्र में संग्राहकों के साथ जमीनी अमला मुस्तैदी से तोड़ाई में जुटा हुआ है। घने जंगलों में संग्राहकों को जंगली-जानवरों से बचाव के उपाय भी बताए गए हैं। वहीं जंगल के अंदर वन रक्षकों का दस्ता भी तोड़ाई पर नजर रखे हुए हैं।
राजनंादगांव वन मंडल में जहां 57 हजार पंजीकृत संग्राहक अच्छे तेन्दूपत्ते की तोड़ाई कर संग्रहण केंद्रों में पहुंचा रहे हैं। वहीं खैरागढ़ में तकरीबन 26 हजार संग्राहक भी अलग-अलग जंगल के कूपों में तोड़ाई कर रहे हैं। सप्ताहभर के भीतर दोनों वन मंडल में अच्छी तोड़ाई हो गई है। उम्मीद की जा रही है कि तेन्दूपत्ता का निर्धारित लक्ष्य आसानी से वन महकमा पहुंच जाएगा। इस संबंध में दोनों रेंज के डीएफओ दिलराज प्रभाकर और सलमा फारूखी ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि इस साल अच्छी पैदावार के चलते तोड़ाई तेज गति से हो रही है। उम्मीद है कि लक्ष्य को आसानी से पाया जा सकेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों वन मंडल में क्रमश: 46-46 फीसदी तोड़ाई हो चुकी है। जिला लघु वनोपज मर्यादित यूनियन द्वारा तोड़ाई कार्य किया जा रहा है। यूनियन की निगरानी में संग्राहकों को तोड़ाई के लिए भेजा गया है। राजनांदगांव के मोहला-मानपुर, चौकी और औंधी क्षेत्र में अच्छी तोड़ाई की संभावना है। मोहला और मानपुर क्षेत्र में आज से तोड़ाई शुरू हुई है। इसके साथ ही तोड़ाई की क्षमता में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। खैरागढ़ के साल्हेवारा, बोरतलाव, गातापार और बकरकट्टा इलाके में भी तोड़ाई की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले में खैरागढ़ वन मंडल को मिलाकर कुल एक लाख 26 हजार 600 मानक बोरा तोड़ाई का लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें राजनंादगांव वन मंडल में 84 हजार मानक बोरा लक्ष्य के साथ तोड़ाई शुरू हो गई है। वहीं राजनंादगांव वन मंडल में 50 समितियां हैं। इसी तरह खैरागढ़ वन मंडल में 42 हजार 600 मानक बोरा लक्ष्य है। खैरागढ़ वन मंडल में 20 समितियां तोड़ाई कर रही है। वहीं 24 लाट में निजी ठेकेदारों को तोड़ाई की जिम्मेदारी दी गई है। खैरागढ़ वन मंडल में 26 हजार तेन्दूपत्ता संग्राहक अलग-अलग समितियों में तोड़ाई में जुटे हुए हैं।