रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 फरवरी। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के चुनाव में अब भाजपा और कांग्रेस के नेता भी कूद पड़े हैं। एकता पैनल के अध्यक्ष प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के पक्ष में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा और श्रीचंद सुंदरानी ने मोर्चा संभाल लिया है। योगेश को कुछ कांग्रेस नेताओं का साथ भी मिल रहा है। इससे परे जय व्यापार पैनल के लिए भी कांग्रेस और भाजपा के कई व्यापारी नेता वोट मांग रहे हैं।
चेम्बर चुनाव में अब राजनीतिक दलों के नेताओं की एंट्री हो चुकी है। एकता पैनल के अध्यक्ष प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के पक्ष में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा खुलकर आ गए हैं। उन्होंने बुधवार को भाटापारा और बलौदाबाजार के व्यापारियों से एकता पैनल को समर्थन देने की अपील की है। वे खुद भी व्यक्तिगत संपर्क कर रहे हैं। चूंकि पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी एकता पैनल के अध्यक्ष भी हैं, लिहाजा वे खुद प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।
योगेश, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के छोटे भाई हैं। लिहाजा, भाजपा के कई प्रभावशाली नेता योगेश के पक्ष में जुट गए हैं। पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय भिलाई-दुर्ग के व्यापारियों को एकता पैनल को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं। राजनांदगांव में भी प्रदेश उपाध्यक्ष खूबचंद पारख का एकता पैनल को खुला समर्थन है। जबकि कई भाजपा नेता अमर पारवानी के व्यापार पैनल को समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस के व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी के व्यापार पैनल को समर्थन देने के फैसले के बाद प्रकोष्ठ से जुड़े कई व्यापारी अब जय व्यापार पैनल के समर्थन में आ गए हैं।
हालांकि कांग्रेस के बड़े नेता चेम्बर चुनाव से अलग हैं। नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल से दोनों ही पैनल के लोगों ने अपना समर्थन मांगा है, लेकिन वे अभी दूरी बनाए हुए हैं। दोनों ही पैनल के रणनीतिकार ने खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन से भी मिल चुके हैं, लेकिन वे भी इससे दूर हैं। यद्यपि कांग्रेस नेता गुरुजीत सिंह संधु एकता पैनल के चुनाव संचालक हैं। कांग्रेस नेताओं ने साफ कर दिया है कि पार्टी चेम्बर चुनाव से दूर रहेगी, और पार्टी के व्यापारी नेता किसी को भी अपना समर्थन देने के लिए स्वतंत्र हैं।
परिवार में भी विभाजन...
चेम्बर चुनाव प्रचार के दौरान व्यापारी परिवारों में भी मतविभिन्नता देखने को मिली है। एकता पैनल के महामंत्री प्रत्याशी राजेश वासवानी जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। जबकि उनके बड़े भाई अर्जुन वासवानी जय व्यापार पैनल को समर्थन दे रहे हैं। अर्जुन रवि भवन व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं। इसी तरह कई अन्य परिवार के लोग अलग-अलग प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांग रहे हैं। कुल मिलाकर चुनाव दिलचस्प हो गया है।