रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 सितंबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में रोज-रोज हो रही हत्यायें अब डराने लगी है। भाजपा शासन में अपराध, और अपराधी बेलगाम हो गए हैं। राजधानी में जंगल राज चल रहा है। रायगढ़ में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या हो गई, राजनांदगांव में एक वार्ड में तीन लोगों की हत्या हो गई। प्रदेश का कोई ऐसा शहर नहीं है जहां प्रतिदिन एक-दो हत्यायें नहीं हो रही है। धमतरी में पिछले माह सरेआम राजधानी के तीन लोगों को मार डाला गया था।बीती रात राजधानी में खुले आम गेंगवार हो रहा सडक़ों पर दर्जनों गुंडे तलवार ले कर एक दूसरे को दौड़ा रहे राहगीरों को पीटा गया , कहा है कानून व्यवस्था? सरकार नागरिकों को जीवन जीने का भयमुक्त वातावरण देने में नाकामयाब साबित हो गई।
बस्तर इंवेस्टर कनेक्ट कागजी न साबित हो जाए
बैज ने कहा कि सरकार ने करोड़ों रू. खर्च करके बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट का आयोजन किया। सरकार का दावा है कि 967 करोड़ रू. का निवेश आया है। सरकार बताये कि इस प्रस्ताव में कितनी कंपनियों के साथ एम.ओ.यू. किया गया? इन कंपनियों के द्वारा कितने दिनों में निवेश प्रक्रिया पूरा कर लिया जायेगा? निवेश के लिए एम.ओ.यू. करने वाली कंपनियों का प्रोफाईल भी सरकार सार्वजनिक करे। सरकार के द्वारा एक दर्जन से अधिक शेल कंपनियों से एम.ओ.यू. करने की तैयारी है। इन्वेस्टर कनेक्ट में एनएमडीसी और भारत सरकार की रेल तथा सडक़ परियोजनाओं को छोड़ दिया जाए तो कोई भी ठोस प्रस्ताव नहीं है। बैज ने कहा कि जगदलपुर में कान्टीनेंटल छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल खुला है। इसमें 200 करोड़ एनएमडीसी के सीएसआर के फंड का पैसा लगा है। जमीन राज्य सरकार ने दिया है। हैदराबाद के ग्रुप कान्टीनेन्टल हॉस्पिटल प्रा. लि. को चलाने दे दिया। इस अस्पताल के बोर्ड में न राज्य सरकार का उल्लेख है, न एनएमडीसी का उल्लेख है। कही नहीं लिखा है यह राज्य सरकार का संयुक्त उपक्रम है। एम.ओ.यू. सार्वजनिक नहीं हुआ है, सरकार बताये कि यहां गरीबों का किस दर पर ईलाज होगा, गरीबों को क्या सुविधा मिलेगी? गरीबों को रियायत क्या मिलेगी? इस अस्पताल में कर्मचारियों की नियुक्तियों के लिए विज्ञापन निकाला गया है, यदि राज्य का संयुक्त उपक्रम है तो इस विज्ञापन में आरक्षण रोस्टर का पालन क्यों नहीं किया गया है? ऐसा तो नहीं जमीन सरकारी, पैसा सरकारी कंपनी का और ईलाज के नाम पर कमाई प्राइवेट अस्पताल करे।