रायपुर

कांग्रेस के कार्यक्रम से भाजपा में खलबली-बैज
10-Sep-2025 7:53 PM
कांग्रेस के कार्यक्रम से भाजपा में खलबली-बैज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 10 सितंबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कल बिलासपुर में वोट चोर, गद्दी छोड़ कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा। कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़ कर कार्यक्रम में भाग लिया। प्रभारी सचिन पायलट एवं वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में शामिल रहे। पूरे देश में राहुल गांधी के आह्वान पर जिस प्रकार मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर जो जन जागरूकता फैली है उससे वोट चोर सत्तारूढ़ दल भाजपा घबरा गई है। कांग्रेस का यह संघर्ष चुनावों की निष्पक्षता तक जारी रहेगा।

विष्णु के सुशासन में कानून व्यवस्था तबाह हो चुकी है

 बैज ने कहा कि विष्णु के सुशासन में कानून व्यवस्था तबाह हो चुकी है। सरकार और पुलिस के नकारेपन के कारण अपराधी बेलगाम हो चुके है।  प्रदेश में रोज-रोज हो रही हत्याओं के कारण भय का माहौल है। राजनांदगांव में एक दिन में तीन हत्या हो गयी, खुलेआम धमकी देने के बाद एक व्यक्ति को मार डाला गया। राजधानी तो हत्या, लूट, बलात्कार, चाकूबाजी का गढ़ बन गई है।

गृहमंत्री का आचरण आपत्तिजनक...

 बैज ने कहा कि दुर्ग के मंचादुर में झंडे लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद गृह मंत्री विजय शर्मा का आचरण बेहद ही आपत्तिजनक है। गृह मंत्री ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं को झंडा लगाने भेजकर अपने पद की मर्यादा का उल्लंघन किया है। हर व्यक्ति को अपनी आस्था के अनुसार अपने घर में अपने धर्म का प्रतीक चिन्ह झंडा आदि लगाने का अधिकार है। गृह मंत्री को यह पता लगाना था कि पुलिस के लोग उस व्यक्ति के झंडा लगाने पर क्यों आपत्ति व्यक्त कर रहे थे? वहां पर परिस्थितियां क्या थी, गृह मंत्री या तो पूर्वाग्रही होकर काम कर रहे या फिर वे खुद प्रदेश का सौहार्दय बिगाडऩा चाह रहे है। शर्मा  को यह समझना होगा कि वे अब प्रदेश के गृह मंत्री है। भाजयुमो या बजरंग दल के कार्यकर्ता नहीं, प्रदेश की शांति और कानून व्यवस्था को बनाये रखने की जवाबदारी उनकी है। यदि उनके ही विभाग के जिम्मेदार जवान किसी कार्यवाही को कर रहे है तो उन्हें पहले उसका पता लगाना था, न कि अतिवादी चरित्र का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए भाजयुमो अध्यक्ष को वहां झंडा लगाने भेजना था, पुलिस ने इस कार्यवाही के दौरान जिस तरह की गाली-गलौच किया गृह मंत्री को उस पर ध्यान देना था।

पीएससी, व्यापमं गड़बड़ी भ्रष्टाचार का अड्डा बना

 बैज ने कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तब परीक्षाओं में सुधार की बात करती थी, यूपीएससी की तर्ज पर पीएससी की परीक्षा कराने का दावा करने वाली भाजपा के राज में पीएससी की उत्तर पुस्तिका कहां जांची जा रही? कौन जांच रहा समाचारों में छप रहा है। जिनके कार्यकाल में पीएससी की गोपनीयता भंग हुई, कल मंत्रिमंडल में उनको ही पीएससी का पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया। व्यापम के एडीओ की परीक्षा में 27 प्रश्न गलत हो गये अब उन प्रश्नों को रद्द कर बोनस देने की बात की जा रही है। एक दो प्रश्न गलत होता तो समझ में आता है, 27 प्रश्न गलत है तो पूरी परीक्षा रद्द की जानी चाहिए। बोनस के नाम पर चहेतों को उपकृत करने का काम बंद हो।


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