रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 अगस्त। बीस माह बाद साय कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। खास बात यह है कि रायपुर शहर और बिलासपुर से एक भी मंत्री नहीं होंगे। भूपेश सरकार में भी यही स्थिति थी।
दिवंगत सीएम अजीत जोगी, और फिर बाद में डॉ. रमन सिंह के मंत्रिमंडल में रायपुर और बिलासपुर शहर से मंत्री रहे हैं। पिछली सरकार में पहली दफा ऐसा हुआ जब रायपुर और बिलासपुर से एक भी मंत्री नहीं लिए गए। जबकि जोगी सरकार में स्व. तरूण चटर्जी, सत्यनारायण शर्मा, विधान मिश्रा व स्व. गंगूराम बघेल मंत्री थे। तरूण तो खास रायपुर ग्रामीण के विधायक थे। मगर बाकी तीनों रायपुर शहर की सीटों से चुनकर आए थे।
रमन सरकार में रायपुर से बृजमोहन अग्रवाल, और राजेश मूणत मंत्री रहे। अमर अग्रवाल बिलासपुर शहर से लिए गए। बृजमोहन और राजेश मूणत, पूरे 15 साल मंत्री रहे। जबकि अमर अग्रवाल बीच के कुछ महीनों को छोडक़र करीब साढ़े 14 साल मंत्री रहे। मगर भूपेश सरकार में रायपुर और बिलासपुर शहर से मंत्री नहीं बनाए। साय सरकार में भी यही स्थिति रही। बृजमोहन अग्रवाल को शपथ दिलाई गई थी, लेकिन उनके सांसद बनने के बाद कोई भी मंत्री नहीं रहा। अलबत्ता, राजेश मूणत और अमर अग्रवाल का नाम मंत्री पद के दावेदारों में लिया जाता रहा है। मगर पार्टी ने नए चेहरों पर दांव लगाया है।
दिलचस्प बात यह है कि आरंग के विधायक गुरू खुशवंत साहेब को मंत्री बनाया जा रहा है। उनसे पहले इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे डॉ. शिव डहरिया भी मंत्री रहे। इसके अलावा अंबिकापुर से राजेश अग्रवाल को मंत्री बनाया जा रहा है। वहां से पिछली सरकार में टीएस सिंहदेव डिप्टी सीएम थे। दुर्ग शहर से गजेन्द्र यादव मंत्री बनाए जा रहे हैं।