रायपुर

स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जुलाई। रायगढ़ के तमनार में गारे पाल्मा कोल खदान के आबंटन और खुदाई के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी हंगामा करने के बाद दिनभर के लिए सदन का बहिष्कार कर दिया। इसे लेकर पक्ष विपक्ष के हंगामे पर सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने यह मामला उठाया और इस पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव पर अध्यक्ष डॉ रमन सिंह से चर्चा कराने की मांग की। महंत ने कहा कि ग्रामीणों ओर विधायक को रेस्ट हाउस में गिरफ्तार रखकर तमनार के जंगलों में कटाई की गई। इस संबंध में विस्तृत चर्चा के लिए स्थगन को स्वीकार किया जाए। कांग्रेस के लिए उमेश पटेल ने कहा कि आबंटन संबंधी ग्राम सभा का फर्जी प्रस्ताव पारित कर सरकार ने अनुमति दी। सरकारी जमीन को अडाणी ने घेर लिया है। क्षेत्रीय विधायक विद्यावती सिदार ने कहा कि विरोध करने पहुंची तो पुलिस ने उनके साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया। सुबह से रात तक रेस्ट हाउस में बंद रखा ।
लालजीत राठिया ने कहा कि फर्जी तरीके से ग्राम सभा का प्रस्ताव पारित कराया गया। इनके अलावा द्वारिकाधीश यादव, विक्रम मंडावी, रामकुमार यादव, अनिला भेडिय़ा, संगीता सिन्हा, लखेश्वर बघेल, देवेन्द्र यादव, ने भी प्रस्ताव ग्राह्य कर चर्चा की मांग की।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि वन पुलिस की मदद से अडाणी के लोगों ने जंगल काटा, खदान पर कब्जा किया। शर्मनाक है कि सरकार एक पेड़ मां के नाम अभियान चला रही है और सारा जंगल अडाणी के नाम कर रही है। भाजपा के अजय चंद्राकर ने कहा कि विपक्ष के सभी लोग अलग-अलग ग्रुप में गए थे। 20 उनके साथ 20 अन्य के साथ। इसलिए यह तय हो कि किस गुट का स्थगन है।उसका आंकलन कर लिया जाना चाहिए। इस पर समूचे कांग्रेस विधायकों ने विरोध किया और कहा कि हम सब एक हैं। अजय भेद फैला रहे हैं।
इनके शांत होने पर अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि उन्होंने स्थगन का अवलोकन किया है। यह मामला हाईकोर्ट में भी विचाराधीन है इसलिए विस नियमावली के अनुसार सदन में चर्चा नहीं हो सकती है। स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष महंत ने कहा कि हमारे बीच कोई भिन्नता विभाजन नहीं है। हम सब साथ है। इसलिए शंका नहीं फैलाना चाहिए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे विभाजन की बात हो रही है दूर्भाग्यपूर्ण है।और उन्होंने कहा कि अंडाणी के दबाव में अग्राह्य किया जा रहा। इस पर भाजपा के विधायक विरोध में शोर मचाने लगे।तो कांग्रेस विधायकों ने भी सरकार और अडाणी के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। इस शोर के चलते स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके पुन: शुरू होने पर अजय चंद्राकर ने बघेल के लगाए आरोप पर कि सदन भी अडाणी के दबाव में है, यह आसंदी पर आक्षेप है। रिकार्ड चैक किया जाए?। अध्यक्ष रमन सिंह ने इस पर कहा कि सभी असंसदीय शब्दों को विलोपित किया जाएगा। बघेल ने स्वीकार करते हुए कहा कि अपने शब्द वापस लेता हूं। लेकिन यह कहता हूं कि ये सरकार अडाणी के दबाव में है। नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि यह आक्षेप आसंदी पर नहीं है। आक्षेप इस पर है कि छत्तीसगढ़ सरकार में मोदी तंत्र काम कर रहा है ?। सरकार किस तंत्र के दबाव में काम कर रही यह विचार जरूरी है। सरकार हमारे उपर ईडी का दबाव बना रही है। बघेल के घर में छापा मारकर बेटे को उठा लिया गया है। सरकार के इस दबाव तंत्र के विरोध में कांग्रेस विधायक सदन की दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार करने की घोषणा कर नारेबाजी कर बाहर निकल गए।