रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 जून। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक सह आयुक्त ने सुरजपुर के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा प्रिंस जायसवाल की संविदा सेवा समाप्त कर दिया है। वर्ष-23 में विज्ञापन जारी होने के बाद उसने फर्जी कूटरचित प्रमाण पत्र के जरिए नियुक्ति हासिल की थी। उसने साबरमती विश्वविद्यालय के प्रमाण पत्र संलग्न कर आवेदन दिया था। इसकी शिकायत पर विभाग ने जांच शुरू की। फरवरी 2025 के बाद से जांच में और तेजी आई। प्रिंस को नोटिस देकर जवाब मांगा गया, जिसमें उसने कोई संतोष प्रद साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए। इस आधार कदाचरण के तहत यह कार्रवाई की गई है।
इसके बाद डॉ प्रिंस ने फेसबुक पोस्ट कर कहा कि मेरे विरुद्ध प्रशासनिक षड्यंत्र कर रंजिशवश गलत तरीके से कार्रवाई की गई है।साक्ष्य जल्द सामने आएगा। इस धमकी पर आईएमए के कुछ पूर्व पदाधिकारियों ने कहा कि एक बर्खास्त जिला प्रोग्राम अधिकारी द्वारा इस प्रकार की धमकियों पर राज्य शासन को पुलिस प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए। डॉ. प्रिंस के बारे में यह बताया जा रहा है कि वह रिश्ते में स्वास्थ्य मंत्री के भतीजे हैं। लेकिन मंत्री की ओर से बताया गया है कि दूर-दूर तक कोई रिश्तेदारी नहीं है।