रायपुर

रायपुर, 2 जून। नि:शुल्क शैक्षणिक एवं कोचिंग सामाजिक संस्था युवा रायपुर में मिलेट्स (मोटे अनाज) की पुनरागमन कहानी, उनके वर्तमान समय में महत्व, और मानव जीवन, किसानों, और पर्यावरण के लिए उनके लाभों पर सेमिनार आयोजित की गई। जिसकी स्थापना एम. राजीव द्वारा की गई, ने एक प्रेरणादायक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य प्रकाश डालना था। सेमिनार में श्रीमती कविता देव, मिलेट माँ के नाम से नामचीन ने मोटे अनाजों के महत्व को समझाया।
उन्होंने यह भी बताया कि मिलेट्स को विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों जैसे मिलेट दोसा, इडली, रोटी, खिचड़ी, और यहां तक कि कुकीज़ और नूडल्स में शामिल किया जा सकता है, जिससे ये आधुनिक रसोई में भी लोकप्रिय हो रहे हैं।
सेमिनार में मिलेट्स से बने विभिन्न व्यंजनों और उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें मिलेट्स की पेय, कुकीज़, और अन्य नवाचारों को प्रदर्शित किया गया।