रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 अप्रैल। पुलिस ने आरवी ग्रुप एवं स्पाश एडवाइजर प्रा. लि. द्वारा की गई व्यापक वित्तीय धोखाधडी का खुलासा किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी अभय कुमार गुप्ता (उर्फ अमयकांत गुप्ता) सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इस धोखाधड़ी में 250 से अधिक लोगों को फर्जी लोन स्कीम में फंसाकर करोड़ों की ठगी की गई। इसमें कुल ठगी की राशि 50 करोड़ रुपये से अधिक होने की संम्भावना है।
आरोपियों ने पहले ग्राहकों को लोन दिलाने के नाम पर उनके दस्तावेज एकत्र किए और विभिन्न बैंकों से उनके नाम पर लोन मंजूर करवाया। बाद में, उन्हें आश्वासन दिया कि लोन की 50 प्रतिशत राशि आरवी ग्रुप फर्म में निवेश करने पर उनकी ईएमआई फर्म स्वत: भरेगी। शुरू में कुछ महीनों तक मासिक किस्तें जमा कर विश्वास बढ़ाया गया, लेकिन बाद में भुगतान रोक दिया और ग्राहकों के फोन कॉल और शिकायतों को अनदेखा किया गया।
पुलिस ने अब तक अभय कुमार गुप्ता, सुरेंद्र सिंह करियाम, मनोज कुमार भगत, रागिब हुसैन, विभा वर्मा और पूजा यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ मे अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस ने आरवी ग्रुप और उसके पार्टनर संस्थानों के कार्यालयों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल और निवेश संबंधी जानकारी जब्त की है। जांच से यह भी पता चला कि यह धोखाधड़ी छत्तीसगढ़ के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम, 2005 की धारा 10 का भी उल्लंघन है।
जिसके उक्त अपराध में धारा जोड़ी गयी है।