रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अप्रैल। पाकिस्तान से भारत आने के इच्छुक हिन्दू परिवारों को लंबी अवधि का वीजा दिलाने के लिए सिंधी काउंसिल ऑफ छत्तीसगढ़ ने पहल की है। इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सिंधी काउंसिल को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने सिंधी काउंसिल ऑफ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष ललित जैसिंघ को पत्र लिखकर लंबी अवधि का वीजा देने पर कार्रवाई की जानकारी दी है। काउंसिल ने पत्र लिखकर मांग की है कि भारतीय नागरिकता अधिनियम-1955 के आधार पर जितने भी आवेदन ऑफ लाइन या ऑनलाइन कलेक्टर कार्यालयों में प्रस्तुत किए गए हैं। उनका निराकरण एक या दो महीने में समय सीमा के भीतर निर्धारित कर जारी किया जाए।
काउंसिल ने नागरिकता से जुड़ी समस्याओं से भी केंद्रीय गृहमंत्री को अवगत कराया है। यह कहा है कि जिनके माता-पिता 30 या 35 साल पहले आए थे। उनके छोटे-छोटे बच्चे थे। अब वो बड़े हो गए हैं। उन्हें भारतीय पासपोर्ट जारी किया गया था। जिन बच्चों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किए हैं, उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऐसे सभी बच्चों को भारतीय नागरिक घोषित करने के लिए आदेश जारी करने का आग्रह किया है।
यह भी कहा गया कि सिंध प्रांत पाकिस्तान में हिन्दू धार्मिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं से डरे हुए हैं। उन्हें भारत के सिवाए कोई और देश शरण नहीं देगा। इसके लिए वो धर्म बचाकर भारत आना चाहते हैं। उन्हें वीजा आवेदन के बाद भी लंबी अवधि का वीजा प्राप्त नहीं होता है। बल्कि कई के पासपोर्ट बिना वीजा के वापस भेजे गए हैं। उन्होंने आग्रह किया कि सिंध से भारत आने के इच्छुक हिन्दू परिवारों के आवेदन देने के बाद सरलतापूर्वक वीजा दिलाने के लिए एनओसी जारी कराने की प्रक्रिया को आसान बनाए जाना चाहिए।


