रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अप्रैल। शहर के गोलबाजार स्थित जवाहर बाजार जिसका जिर्णोद्धार का काम निगम और स्मार्ट सिटी के द्वारा लगभग 20 करोड़ की लागत लगाकर करवाया गया। इस व्यवसायिक परिसर में दर्जानों दुकाने बनाई गई। इस तीन मंजिला इमारत में स्मार्ट सिटी जैसी सुविधा दी गई। दुकाने बनने के बाद लाखों रूपए में बेचा भी गया। चौक -चौबंध और सर्व सुविधा युक्त इस बाजार में पार्किंग का ठेका भी टेंडर निकाल दिया। दुकानदारों से निगम टैक्स भी वसूल करती है। यह बाजार लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया। लेकिन कुछ ही महीनों में इसकी सफाई व्यवस्था पर सवालियां निशान लगने लगा है। स्मार्ट बाजार में सफाई बेसमेंट पार्किंग के साथ ही यहां के व्यवस्था निगम की देखरेख में की जानी है। यहां फैले कचरा और पार्किंग में भरा पानी निगम की लापरवाही साफ नजर आती है।
सूत्रों के मुताबिक स्मार्ट सिटी बाजार में लोगों कि सुविधा के लिए बनाया गया है। जिसके लिए निगम टैक्स भी वसूल करती है। निगम ने पार्किंग के लिए बेसमेंट में पार्किंग बनवाया है। लेकिन आज हालत ऐसी है कि बेसमेंट में गंदा पानी और आसपास कचरा फैला हुआ देखा जा सकता है। कहीं गंदगी तो कहीं कचरा फैला हुआ, पार्किंग में लाईट तो है लेकिन वो भी भगवान भरोसे का। बिजली गुल हुई तो पूरा बाजार अंधेरे की चपेट में बेसमेंट तक खड़ी गाडिय़ों तक जाना और पार्किंग से गाड़ी निकालना भी मुश्किल हो जाता है।
स्थानिय लोगों ने बताया कि बाजार में अभी तक सफाई ठीक से सफाई भी नहीं हो पाई है। पार्किंग की वजह से दुकान के सामने ही गाडिय़ां खड़ी हो जाती है आने जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पूछे जाने पर बताया गया कि बेसमेंट पार्किंग में लोग गाडिय़ां नहीं रखते, क्योंकि बेसमेंट में कई जगहों पर गंदा पानी और कचरा फैला रहता है। दिन में तो पार्किंग में होता है लेकिन रात में अंधेरे का सामना करना पड़ता है। निगम से शिकायत करने पर एक दो दिनों तक सफाई होती है। जिसके बाद हालात जस का तास रह जाता है।


